शनिदेव की पूजा शनिवार को की जाती है| यह एक पल में राजा को रंक और रंक को राजा बना देते हैं। जब शनिदेव प्रसन्न होते हैं तो भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं कहा जाता है कि हम जैसा कर्म करेंगे वैसा ही फल शनिदेव हमें देंगे। जाने अनजाने में यदि कोई गलती हो जाती है तो लोग शनिदेव की पूजा करते हैं। लोग शनिदेव का नाम सुनकर डर जाते हैं लगता है वह जीवन में सफल नहीं हो पाएंगे लेकिन उसका सिर्फ एक ही उपाय होता वह है शनि की पूजा यदि शनिदेव किसी व्यक्ति से प्रसन्न हो जाते हैं तो वह उसका जीवन खुशियों से भर देते हैं तथा वह उस व्यक्ति पर दुख की परछाई भी नहीं पड़ने देते हैं।
- शुद्ध स्नान करके शनिवार के दिन पुरुष शनिदेव की पूजा कर सकते हैं।
- महिला शनिवार के दिन चबूतरे पर नहीं जाएं।
- अगर आपकी राशि में शनि बाधा के रूप में स्थित है तो शनि को अवश्य पूजें।
- अगर आप साढ़ेसाती से ग्रस्त हो तो शनिदेव का पूजन करें।
- यदि आपकी राशि में ढैय्या अवधि चल राशि हो तो भी शनि देव की आराधना करें।
- यदि आप शनि दृष्टि से त्रस्त एवं पीड़ित हो तो शनिदेव की अर्चना करें।
- यदि आप कारखाना, लोहे से संबद्ध उद्योग, ट्रेवल, ट्रक, ट्रांसपोर्ट, तेल, पेट्रोलियम, मेडिकल, प्रेस, कोर्ट-कचहरी से संबंधित हो तो आपको शनिदेव का पूजन करना चाहिए।
- यदि आप कोई भी अच्छा कार्य करते हो तो शनि देव की कृपा के लिए प्रार्थना करें।
- यदि आपका पेशा वाणिज्य, कारोबार है और उसमें क्षति, घाटा, परेशानियां आ रही हों तो शनि की पूजा करें।
- अगर आप असाध्य रोग कैंसर, एड्स, कुष्ठरोग, किडनी, लकवा, साइटिका, हृदयरोग, मधुमेह, खाज-खुजली जैसे त्वचा रोग से त्रस्त तथा पीड़ित हो तो आप श्री शनिदेव का पूजन-अभिषेक अवश्य कीजिए ।
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