myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   Durga Chalisa Lyrics - Namo Namo Durge Sukh Karanee Know The Significance

Shri Durga Chalisa Lyrics: श्री दुर्गा चालीसा - नमो नमो दुर्गे सुख करनी। Durga Chalisa In hindi

Myjyotish Expert Updated 29 Dec 2020 06:17 PM IST
Durga Maa Chalisa Lyrics
Durga Maa Chalisa Lyrics - फोटो : Myjyotish

खास बातें

Shri Durga Chalisa Lyrics: श्री दुर्गा चालीसा : नमो नमो दुर्गे सुख करणी।। दुर्गा चालीसा पढ़ने से आपके आस-पास के वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है। दुर्गा चालीसा का पाठ करने से निराशा, जुनून और वासना की भावनाओं को आसानी से दूर किया जा सकता है।
विज्ञापन
विज्ञापन
Shri Durga Chalisa Lyrics: हिन्दू धर्म में माँ दुर्गा को सर्वोच्च शक्ति माना जाता है। माँ दुर्गा एक हिंदू देवी हैं जो शक्ति और आश्रय का प्रतीक मानी जाती। यह माना जाता है कि शेर पर सवार मा दुर्गा बुराई से लड़ने के लिए और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। माँ दुर्गा को एक सुकरक्षात्मक देवी माना जाता है जो निर्माण की अनुमति देने के लिए विनाश का वार करता है। मा दुर्गा की आठ भुजाएँ (प्रत्येक एक हथियार लेकर) आठ अलग-अलग दिशाओं की ओर इशारा करती हैं। नवरात्रि के मौसम के दौरान देवी के नौ अवतारों की पूजा अत्यंत भक्ति के साथ की जाती है।

कहा जाता है दुर्गा चालीसा पढ़ने से आपके आस-पास के वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है और जीवन में होने वाले आर्थिक कष्ट दूर होजाते है। दुर्गा चालीसा का पाठ करने से निराशा, जुनून और वासना की भावनाओं को आसानी से दूर किया जा सकता है। पूरे मन से मा दुर्गा की प्रार्थना से धन, ज्ञान और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके अलावा, यदि आप अनावश्यक विचारों से बाहर निकलने का रास्ता खोज रहे हैं, तो अपनी खोई शांति को वापस पाने में चालीसा का उपयोग करें।

Durga Chalisa Lyrics In Hindi - दुर्गा चालीसा पाठ 

 
नमो नमो दुर्गे सुख करनी।
नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥

निरंकार है ज्योति तुम्हारी।
तिहूं लोक फैली उजियारी॥
शशि ललाट मुख महाविशाला।
नेत्र लाल भृकुटि विकराला॥

रूप मातु को अधिक सुहावे।
दरश करत जन अति सुख पावे॥

तुम संसार शक्ति लै कीना।
पालन हेतु अन्न धन दीना॥

अन्नपूर्णा हुई जग पाला।
तुम ही आदि सुन्दरी बाला॥
प्रलयकाल सब नाशन हारी।
तुम गौरी शिवशंकर प्यारी॥

शिव योगी तुम्हरे गुण गावें।
ब्रह्मा विष्णु तुम्हें नित ध्यावें॥

रूप सरस्वती को तुम धारा।
दे सुबुद्धि ऋषि मुनिन उबारा॥

धरयो रूप नरसिंह को अम्बा।
परगट भई फाड़कर खम्बा॥
रक्षा करि प्रह्लाद बचायो।
हिरण्याक्ष को स्वर्ग पठायो॥

लक्ष्मी रूप धरो जग माहीं।
श्री नारायण अंग समाहीं॥

क्षीरसिन्धु में करत विलासा।
दयासिन्धु दीजै मन आसा॥

हिंगलाज में तुम्हीं भवानी।
महिमा अमित न जात बखानी॥
मातंगी अरु धूमावति माता।
भुवनेश्वरी बगला सुख दाता॥

श्री भैरव तारा जग तारिणी।
छिन्न भाल भव दुःख निवारिणी॥

केहरि वाहन सोह भवानी।
लांगुर वीर चलत अगवानी॥

कर में खप्पर खड्ग विराजै।
जाको देख काल डर भाजै॥
सोहै अस्त्र और त्रिशूला।
जाते उठत शत्रु हिय शूला॥

नगरकोट में तुम्हीं विराजत।
तिहुंलोक में डंका बाजत॥

शुंभ निशुंभ दानव तुम मारे।
रक्तबीज शंखन संहारे॥

महिषासुर नृप अति अभिमानी।
जेहि अघ भार मही अकुलानी॥
रूप कराल कालिका धारा।
सेन सहित तुम तिहि संहारा॥

परी गाढ़ संतन पर जब जब।
भई सहाय मातु तुम तब तब॥

अमरपुरी अरु बासव लोका।
तब महिमा सब रहें अशोका॥

ज्वाला में है ज्योति तुम्हारी।
तुम्हें सदा पूजें नर-नारी॥
प्रेम भक्ति से जो यश गावें।
दुःख दारिद्र निकट नहिं आवें॥

ध्यावे तुम्हें जो नर मन लाई।
जन्म-मरण ताकौ छुटि जाई॥

जोगी सुर मुनि कहत पुकारी।
योग न हो बिन शक्ति तुम्हारी॥

शंकर आचारज तप कीनो।
काम अरु क्रोध जीति सब लीनो॥
निशिदिन ध्यान धरो शंकर को।
काहु काल नहिं सुमिरो तुमको॥

शक्ति रूप का मरम न पायो।
शक्ति गई तब मन पछितायो॥

शरणागत हुई कीर्ति बखानी।
जय जय जय जगदम्ब भवानी॥

भई प्रसन्न आदि जगदम्बा।
दई शक्ति नहिं कीन विलम्बा॥
मोको मातु कष्ट अति घेरो।
तुम बिन कौन हरै दुःख मेरो॥

आशा तृष्णा निपट सतावें।
रिपू मुरख मौही डरपावे॥

शत्रु नाश कीजै महारानी।
सुमिरौं इकचित तुम्हें भवानी॥

करो कृपा हे मातु दयाला।
ऋद्धि-सिद्धि दै करहु निहाला।
जब लगि जिऊं दया फल पाऊं ।
तुम्हरो यश मैं सदा सुनाऊं ॥

दुर्गा चालीसा जो कोई गावै।
सब सुख भोग परमपद पावै॥

देवीदास शरण निज जानी।
करहु कृपा जगदम्ब भवानी॥

 

॥ इति श्री दुर्गा चालीसा सम्पूर्ण ॥

 

दुर्गा चालीसा पाठ के लाभ (Benefits of Durga Chalisa Paath)

दुर्गा चालीसा रीडिंग आध्यात्मिक, शारीरिक और भावनात्मक आनंद प्राप्त करें।
दुर्गा चालीसा सबक भी अपने दिमाग को शांत करने के लिए किए जाते हैं।
आप अपने शरीर में सकारात्मक ऊर्जा संचार बनाए रखने के लिए दुर्गा चालीसा के पाठ को पढ़ सकते हैं।
दुश्मनों से निपटने और उन्हें हराने की क्षमता भी विकसित करने के लिए उपयोग की जाती है।
दुर्गा चालीसा को वित्तीय नुकसान, संकट, और विभिन्न प्रकार के विभिन्न प्रकार के परिवार को बचाने के लिए पढ़ा जाता है।
मानसिक शक्ति विकसित करने के लिए, यह दुर्गा चालीसा भी पढ़ सकते है।

Shri Durga Chalisa Lyrics in English
  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support
विज्ञापन
विज्ञापन


फ्री टूल्स

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
X