बाबा कालभैरव के पूजन की विधि :
1. ज्योतिष के अनुसार कालभैरव बाबा के पूजन हेतु कालाष्टमी के दिन ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान करके व्रत का संकल्प करें।
2. ऐसा कहा जाता हैं कि कालाष्टमी के दिन व्यक्ति को किसी भैरव बाबा के मंदिर में जाना चाहिए अथवा भगवान शिव या माँ दुर्गा की पूजा अर्चना करने से लाभ मिलता हैं।
3. जैसा कि आप सभी जानतें हैं कि बाबा भैरव का पूजन रात के समय होता हैं इसलिए सुबह के पूजा पाठ के बाद रात्रि के समय भी पूजन होता हैं।
4. रात के समय बाबा भैरव के समक्ष काला तिल , धूप , दिया , उड़द और सरसों के तेल से विधि पूर्वक पूजन एवं आरती करें।
5. ऐसी मान्यता हैं कि भगवान कालभैरव को गुड़ एवं आटे से बनी हुई मीठी पूरी इसके साथ हलवा या फिर जलेबी का भोग लगाने से व्यक्ति को लाभ की प्राप्ति होती हैं।
6. कालाष्टमी के दिन भगवान कालभैरव के चालीसा का पाठ अवश्य करें, ऐसा कहा जाता हैं चालीसा के पाठ से बाबा भैरव प्रसन्न होतें हैं , इसलिए इस दिन चालीसा का पाठ जरूर करें।
7. बाबा कालभैरव का वाहन माना जाता हैं काला कुत्ता , इसलिए कहा जाता हैं कि ये सब भोग लगी वस्तु को काले कुत्ते को खिलाने चाहिए।
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