कालसर्प दोष राहु और केतु के कारण नहीं होता है कॉल राहु का अधिवक्ता है और सर्प केतु का अधिक देवता माना जाता है और तो और ऐसा कहा जाता है कि यह दोनों ग्रहों के बीच अगर सभी ग्रह मौजूद हो जाते हैं तो कालसर्प का दोष लग जाता है.
एक कॉल से पता करें, कैसे होगा आपका जीवन खुशहाल और कैसे बढ़ेगा धन, बात करें हमारे ज्योतिषाचार्य से
1.एक बड़ी सीसी लेकर उसमें साथ गांठे लगाएं और उसे सर्प के रूप में बना ले और जैसे ही बन जाए उसे एक आसन पर रखकर कच्चा दूध और बताशा फूल के साथ चढ़ाएं फिर उसके बाद राहु और केतु का मंत्र पढ़ें जैसे ही मंत्र जप रहे हो भगवान शिव का ध्यान करते रहे और भगवान शिव का ध्यान करते धीरे-धीरे आरती की एक-एक गांड खोल दे रहे फिर जब भी आपके पास समय हो तो उस रस्सी को जल मैं जाकर बहा दे ऐसा करने से सर्प दोष दूर हो जाता है.
2.स्वास्तिक बनाएं चांदी के दो शर्तों के साथ और उसे 1 साल पर रखकर उन दोनों सर्पों की पूजा करें और उन दोनों को अलग अलग रखकर उस स्वास्थ्य की पूजा करें साथ में उन सड़कों को बेलपत्र और दूध अर्पित करें सिर्फ उन्हें हाल में रखकर ओम नागेंद्रहाराय नमः बोलते रहें और जैसे ही जाप खत्म हो जाए इन दोनों को शिवलिंग ले जाकर अर्पित कर दें और जो स्वास्तिक था उसे गले में धारण कर ले ऐसा कहा जाता है कि अगर आप ऐसा करेंगे तो आपका स्वप्न दूर हो जाता है.
3.विधिवत रूप से मिट्टी गोबर घर के मुख्य द्वार के आगे रखकर उसकी पूजा करें ऐसा करने से घर पर आने वाली सारी परेशानियां टल जाएंगी.
4.नाग पूजा के साथ-साथ बलराम की पत्नी मारुती और सुरसा जिन्हें सर्पों की माता कहा जाता है उनकी भी पूजा करना जरूरी है ऐसा कहा जाता है कि नाग पंचमी के दिन अगर घर के मुख्य द्वार पर मनसा देवी की पूजा करी जाए तो आपको सर्प दोष से मुक्ति मिल सकती है.
5.अनंत, वासुकी, तक्षक, कर्कोटक ,शंख और कुलिक इन नागों की पूजा करनी चाहिए.
अगस्त के महीने में इन दो एकादशियों के बारे में जरूर जानें, क्यों है इनका इतना महत्व ?
6.नागों की पूजा करते समय मूर्ति पर चावल हल्दी या दूध चढ़ाकर उनकी पूजा करी जाती है और पूजा के बाद उनकी आरती भी करी जाती है और सबसे आखिर में नाग पंचमी की कथा पढ़ना बहुत अच्छा माना जाता है.
7.ऐसा कहा जाता है कि आप अपने घर के बाहर की दीवार पर आस्तिक मुनि की दुहाई ऐसा लिखते हैं तो आपके घर में किसी भी तरह का सर्प प्रवेश नहीं कर सकता.
8.नाग पंचमी के दिन श्री सर्प सुक्त अगर आप बात करेंगे तो आपके जीवन में किसी भी तरह की परेशानी या किसी भी तरह का मुसीबत नहीं आ सकता अगर आप बहुत दिनों से परेशानियों का सामना कर रहे हो तो यह पाठ करना आपके लिए बहुत अच्छा है.
9.अगर आप नाग पंचमी के दिन शांति कर्म कराते हैं तो आपको उससे बहुत लाभ प्रदान होगा.
10. ओं भ्रां भृ भ्रों स: राहवे नम: का जाप करना चाहिए.
11.अगर आप किसी भी शिव के मंदिर में जा रहे हैं और वहां शिवलिंग पर नाग की मूर्ति ना लगाई हो हो आपका काम यह है कि उनसे प्रतिष्ठा करें और उसमें नाग चढ़ाएं क्योंकि इस दिन यानी नाग पंचमी के दिन नाग चढ़ाना बहुत विशेष माना जाता है.
12.गायत्री जाप जरूर करें.
13.श्री हरिवंश पुराण का पाठ नाग पंचमी के दिन जरूर करवाएं.
14.इस बात का भी ध्यान रखें कि आप नाग पंचमी के दिन दुर्गा का पाठ कर रहे हैं.
15.नाग पंचमी के दिन भैरव बाबा को दूध चढ़ाएं
समस्त कष्टों के नाश के लिए घर बैठे करें बाबा बर्फ़ानी का रुद्राभिषेक, अभी बुक करें
16.महामृत्युंजय मंत्र जरूर करें इस दिन.
17.सपेरे से नाग को लेकर नाग पंचमी के दिन उसे जंगल में छुड़वाने की प्रतिष्ठा करें.
18.ऐसा कहा जाता है कि आप नाग पंचमी के दिन पूछने में देसी गाय का गोमूत्र मिला कर लगाते हैं तो वह बहुत ही लाभदायक होता हैं.
19.इस बीच कोई भी मंदिर यानी शिव मंदिर में जाकर अगर आप झाड़ू लगाते हैं या सीढ़ियों पर 10 दिन तक पूछा लगाते हैं तो वह बहुत ही शुभ माना जाता है.
20.ध्यान रखें कि आप अपने माथे पर चंदन का तिलक जरूर लगवाएं.
सावन क्यों कहलाया शिव भक्ति का पावन महीना ?