1. भारत देश का इतिहास हिमालय से बहुत ज़्यादा जुड़ा हुआ है। यहीं पर तिब्बत को प्राचीन आर्यों का मूल निवास स्थान माना गया है। यही क्षेत्र इंद्र, दक्ष, गंधर्व, कुबेर, देव आदि का क्षेत्र माना गया है। यहीं पर कैलाश पर्वत स्थित है जो हिन्दू धर्म का महत्वपूतन तीर्थ है। प्राचीन समय में हिमालय में ही देवता बसते थे। यहीं नंदनकानन वन में इंद्र का राज्य हुआ करता था।
2. स्वर्ग के स्थान दो जगह बताए गए हैं। मुण्डकोपनिषद् के अनुसार सूक्ष्म-शरीरधारी जीवात्मा का संघ होता है। इनका केंद्र हिमालय में स्थित है। यह देवात्मा हिमालय के नाम से भी जाना जाता है। इन दुर्गम क्षेत्रों में स्थूल-शरीरधारीयों को पहुंचने में मुश्किल हो सकती है। जब भी संकट आता है, नेक और श्रेष्ठ व्यक्तियों की सहायता करने के लिए वे वापस नीचे आ जाती हैं।
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3. हिमालय में कई प्राकृतिक चमत्कार देखने को मिलते हैं। एक ओर तो अद्भुत झीलें हैं तो दूसरी ओर हजारों फुट ऊंचे बर्फीले पर्वत। यहीँ से भारत की नदियों का उद्गम होता है।
4. हिमालय की वादियों में रहने वालों को कभी दमा, टीबी, गठिया, कुष्ठ, चर्मरोग, अस्थिरोग और नेत्र रोग जैसी बीमारीयाँ आसानी से नहीं होती हैं। जम्मू-कश्मीर, सिक्किम, हिमाचल, उत्तराखंड आदि क्षेत्रों के लोगों का स्वास्थ्य अन्य लोगों की अपेक्षा बेहतर साबित होता है।
5. ध्यान और योग के माध्यम से किसी भी व्यक्ति की औसत आयु की सीमा कई गुना बढ़ सकती है। तिब्बत के लोग निरोगी होने के कारण कम से कम 100 वर्ष तो जीवित रहते ही हैं। कई लोगों की उम्र 125 से अधिक भी हो सकती है।
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