myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   Kumbh 2021 Saints Miracles, 5 Mysteries of Himalayan Great Saints

कुंभ में आने वाले नाग बाबाओं के हिमालयों में तप करने के 5 राज

Myjyotish Expert Updated 05 Feb 2021 11:11 AM IST
Kumbh
Kumbh - फोटो : Myjyotish
विज्ञापन
विज्ञापन
हिमालयों के बीच में आज भी ऐसे स्थान हैं जिन्हें देवताओं के रहने का स्थान माना गया है। हिमालय में बौद्ध और हिन्दूयों के कई प्राचीन मठ और गुफाएं हैं। मान्यतायों के अनुसार गुफाओं में आज भी कई तपस्वी हैं। जो हजारों वर्षों से तपस्या में लीन हैं। हिन्दुओं के दसनामी अखाड़े, नाथ संप्रदाय के सिद्धि योगियों के इतिहास का अध्ययन किया जा रहा है। इतिहास में आज भी यह दर्ज है कि हिमालय में कौन-सा मठ कहां पर है और कितनी गुफाओं में कितने संत विराजे हुए हैं। आज जानते हैं हिमालय में नागा बाबाओं के तप के 5 राज।
  
1. भारत देश का इतिहास हिमालय से बहुत ज़्यादा जुड़ा हुआ है। यहीं पर तिब्बत को प्राचीन आर्यों का मूल निवास स्थान माना गया है। यही क्षेत्र इंद्र, दक्ष, गंधर्व, कुबेर, देव आदि का क्षेत्र माना गया है। यहीं पर कैलाश पर्वत स्थित है जो हिन्दू धर्म का महत्वपूतन तीर्थ है। प्राचीन समय में हिमालय में ही देवता बसते थे। यहीं नंदनकानन वन में इंद्र का राज्य हुआ करता था। 

 2. स्वर्ग के स्थान दो जगह बताए गए हैं। मुण्डकोपनिषद् के अनुसार सूक्ष्म-शरीरधारी जीवात्मा का संघ होता है। इनका केंद्र हिमालय में स्थित है। यह देवात्मा हिमालय के नाम से भी जाना जाता है। इन दुर्गम क्षेत्रों में स्थूल-शरीरधारीयों को पहुंचने में मुश्किल हो सकती है। जब भी संकट आता है, नेक और श्रेष्ठ व्यक्तियों की सहायता करने के लिए वे वापस नीचे आ जाती हैं। 

कुम्भ 2021 में शिव शंकर को करें प्रसन्न कराएं रुद्राभिषेक, समस्त कष्ट होंगे दूर

3. हिमालय में कई प्राकृतिक चमत्कार देखने को मिलते हैं। एक ओर तो अद्भुत झीलें हैं तो दूसरी ओर हजारों फुट ऊंचे बर्फीले पर्वत। यहीँ से भारत की नदियों का उद्गम होता है।

4. हिमालय की वादियों में रहने वालों को कभी दमा, टीबी, गठिया, कुष्ठ, चर्मरोग, अस्थिरोग और नेत्र रोग जैसी बीमारीयाँ आसानी से नहीं होती हैं। जम्मू-कश्मीर, सिक्किम, हिमाचल, उत्तराखंड आदि क्षेत्रों के लोगों का स्वास्थ्य अन्य लोगों की अपेक्षा बेहतर साबित होता है।  

 5. ध्यान और योग के माध्यम से किसी भी व्यक्ति की औसत आयु की सीमा कई गुना बढ़ सकती है। तिब्बत के लोग निरोगी होने के कारण कम से कम 100 वर्ष तो जीवित रहते ही हैं। कई लोगों की उम्र 125 से अधिक भी हो सकती है।

यह भी पढ़े :-         

बीमारियों से बचाव के लिए भवन वास्तु के कुछ खास उपाय !

क्यों मनाई जाती हैं कुम्भ संक्रांति ? जानें इससे जुड़ा यह ख़ास तथ्य !

जानिए किस माला के जाप का क्या फल मिलता है

  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support
विज्ञापन
विज्ञापन


फ्री टूल्स

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms and Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree
X