खास बातें
Namkaran Sanskar: नामकरण संस्कार 16 संस्कारों में से पांचवां संस्कार है और बच्चे के जन्म के उपरांत किया जाने वाला दूसरा संस्कार है। तो आइए जानते हैं कि नामकरण संस्कार का इतना अधिक महत्व क्यों होता है।नामकरण संस्कार का महत्व
हमारे शास्त्रों में नामकरण संस्कार को बहुत अधिक महत्व दिया गया है, क्योंकि कहा जाता है कि मनुष्य का जैसा नाम होगा उसमें वैसे ही गुण आते हैं। जिस प्रकार का शिशु का नाम होता है, उनके मन पर वैसा ही असर पड़ता है और वह उसी के अनुरूप चलने लगता है। यदि शिशु के नाम में महान भावना होगी, तो शिशु में भाग्य और यश का उदय होगा, इसलिए आपने देखा होगा कि कुछ लोग अपने बालकों या बालिकाओं का नाम भगवान के नाम पर रखते हैं, ताकि उनके भीतर भी उन्हीं के विचार एवं गुण आएं। नामकरण संस्कार इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि शिशु जिस भी नक्षत्र एवं ग्रह की चाल में जन्म लेता है, उसी के आधार पर ही उसका नाम रखा जाता है और यह केवल ज्योतिषी या वैदिक, ब्राह्मण और पंडित द्वारा ही संभव है। इसलिए नामकरण संस्कार को वैदिक विधि द्वारा ही संपन्न किया जाता है।
नामकरण संस्कार कब करना चाहिए?
पारस्कर गृह्यसूत्र में बताया गया है कि नामकरण संस्कार 11वें दिन किया जाना चाहिए। शंख स्मृति में भी नामकरण संस्कार को लेकर यही कहा गया है कि, यह संस्कार 11वें दिन ही करना चाहिए। यदि किसी कारणवश नामकरण संस्कार में देरी आती है, तो शिशु का नामकरण 18वें, 19वें दिन या फिर 100 वें दिन में करना चाहिए। इसके साथ ही शुभ मुहूर्त निकाल कर भी नामकरण संस्कार किया जा सकता है।
क्यों रखा जाता है जन्म का नाम गुप्त?
हमारे ऋषि मुनियों ने जन्म का नाम यानि कि नक्षिका नाम (नाम राशि के नाम) को लेकर कहा है, कि यह नाम केवल उपनयन संस्कार तक ही उपयुक्त होना चाहिए और जिसकी जानकारी केवल माता-पिता को ही होनी चाहिए। इसके साथ ही शिशु को पुकारने का नाम दूसरा होना चाहिए और जन्म के नाम को गुप्त रखा जाना चाहिए। क्योंकि शास्त्रों में कहा गया है कि राशि के नाम के गुप्त रखकर शत्रु के अनुचित कार्यों से रक्षा की जा सकती है, अन्यथा वह जन्म नाम का फायदा उठाकर शिशु को हानि पहुंचा सकते हैं। इसलिए आपने देखा होगा कि आपका या फिर आपके आसपास हर एक व्यक्ति के दो नाम जरूर होते हैं।
यदि आप भी नामकरण संस्कार को वैदिक विधि द्वारा संपन्न करवाना चाहते हैं या फिर नामकरण संस्कार के लिए ज्योतिष की सलाह लेना चाहते हैं, तो आप हमारे ज्योतिषाचार्यों से संपर्क कर सकते हैं।