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हनुमान जी के वह रहस्य जिससे आज भी है लोग अनजान

Myjyotish Expert Updated 12 Apr 2021 08:14 PM IST
Hanuman
Hanuman - फोटो : Myjyotish
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राम भक्त हनुमान की कहानियों से हर कोई वंचित है। उन्हें महाबली माना जाता है। रामायण में भी हमने उनकी कई कहानियां सुनी है। अंजनी पुत्र हनुमान के बारे में कई ऐसे रहस्य हैं जो शायद ही लोग जानते हैं। आइए जानते हैं उन दिलचस्प रहस्यों के बारे में।
 
- माता अंजनी को श्राप मिला था कि वह कभी भी किसी पुत्र या पुत्री को जन्म नहीं दे सकती हैं। और यही श्राप को हरने के लिए भगवान हनुमान का जन्म हुआ। माता अंजनी ने भगवान शिव से घोर तपस्या की और उन्हें प्रसन्न किया। जिसकी वजह से 11वें अवतार में भगवान शिव मां अंजनी के कोख से जन्म लिया।
 
- हनुमान जी ने अपने पुरे शरीर में सिंदूर का लेप लगा लिया था जब उन्हें पता चला कि मां सीता भगवान राम की लम्बी आयु के लिए अपने मांग में सिंदूर लगाती हैं। यही कारण है कि हनुमान जी की पूजा में सिंदूर चढ़ाया जाता है।
 
- ब्रह्मचर्य होने बावजूद भी हनुमान जी पिता हैं। बहुत कम लोगों को यह पता है कि उनका एक बेटा भी था।  और यह तब हुआ जब हनुमान जी लंका की ओर जा रहे थें तो वह थक चुके थें और उनके शरीर से पसीना निकला। उस पसीने की बूंद एक मगरमच्छ ने निगल ली और इसके बाद  उनके एक पुत्र का जन्म हुआ।

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- एक समय श्री राम को अपने गुरु द्वारा हनुमान जी को मारने का आदेश दिया गया। भगवान राम ने अपने गुरु के वचन का पालन किया और हनुमान को मारने के लिए आगे बढे। लेकिन उस दौरान हनुमान जी बार-बार राम जी का नाम जपते रहें। इसके कारण श्री राम के जितने भी शस्त्र थें, वह हनुमान जी का कुछ नहीं बिगाड़ पाया।
 
- लंका काण्ड जब शुरू हुआ तब हनुमान जी ने हिमालय जाकर पहाड़ो पर नाखूनों ने पहले रामायण लिखी थी। लेकिन इस बात से वाल्मीकि जी को दुःख पहुंचा और उन्हें दुखी देख हनुमान जी ने उस पहाड़ को समुन्द्र में फेंक दिया।
 
- हनुमान जी के भाई कोई और नहीं बल्कि भीम थें। जी हां, क्योंकि वह दोनों ही पवन पुत्र थें।
 
- जब श्री राम ने अपना शरीर त्यागने का सोचा, तब उन्हें हनुमान जी का ख्याल आया। वह जानते थें कि यह बात सुनकर हनुमान जी संसार में उथल-पुथल ला देंगे। इसी कारण श्री राम ने ब्रह्मा जी का सहारा लिया और हनुमान जी को शांत रखने के लिए उन्हें पाताल लोक में भेज दिया।
 
- संस्कृत में हनुमान जी के 108 नाम है। हर नाम का मतलब उनके जीवन के अध्यायों का सार बताता है।

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