क्या है पुखराज
पुखराज चिकना, चमकदार, पानीदार, पारदर्शी एवं व्यवस्थित किनारे वाला रत्न होता है। इसमे एल्युमिनियम और फ्लोरीन सहित सिलिकेट खनिज होता है। यह पीले रंग का एक बहुत मूल्यवान रत्न है जिसकी कार्य क्षमता कई गुना प्रचलित है। ज्योतिष की मानें तो पुखराज धारण करने से विशेषकर आर्थिक परेशानियां कम हो जाती हैं। यह रत्न बृहस्पति ग्रह से संबंधित रत्न होता है। बृहस्पति जो ज्ञान, भाग्य, समृद्धि और खुशी का प्रतीक होते हैं। यह समान्यतः सिलिकेट वर्ग खनिज में आता हैं। इसकी चमक कांच जैसी होती है। इस रत्न को संस्कृत में पुष्पराग तथा हिन्दी में पुखराज कहते है। यह गुरु ग्रह के प्रभाव को बढ़ाने वाला होता है। यह रत्न धनु राशि एवं मीन राशि वालों का प्रतिनिधित्व करता है। इसके पहनने से ज्ञान में वृद्धि होती है।
धनु और मीन राशि के लिए पुखराज धारण करना होता है : क्योंकि यह रत्न गुरु बृहस्पति का रत्न होता है इसीलिए यह मीन और धनु राशि के लिए शुभ होता है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार हर व्यक्ति को अपनी राशि के अनुसार ही रत्न धारण करना चाहिए अगर वैसा नहीं करता है तो वह गंभीर परिणाम भुगतने पढ़ सकते हैं इसीलिए जानकारी रत्न को धारण करना चाहिए। पुखराज ऐसे लोगों को धारण करना चाहिए जिनकी कुंडली में बृहस्पति ग्रह कमजोर स्थिति में है। पीले रंग का यह रत्न न सिर्फ व्यक्ति के मान-सम्मान में वृद्धि करता है बल्कि जातक का घर भी धन-धान्य से भर जाता है।
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