यदि हम भारत के इतिहास को गौर से देखें तो हमें पता चलता है कि भारत में रत्नों का महत्व पुरातन काल से ही चला आ रहा है । उस काल में राजा और उनके शाही परिवार के सदस्य रत्नों से बने आभूषण और वस्त्र ही पहना करते थे । जिनकी कीमत भी बहुत बड़ी होती थी।
वैसे तो इन रत्नों का प्रयोग किसी चीज में चार चांद लगाने के लिए किया जाता था । लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर व्यक्ति का शरीर नवग्रहों की अदृश्य रश्मियों यानी कि नव ग्रहों से निकलने वाली किरणों से प्रभावित होता है । आकाश मंडल में ग्रहों की स्थिति देखकर ही व्यक्ति की जन्म कुंडली तैयार की जाति है जिसके चलते कुछ रत्न भी व्यक्ति के जीवन में निर्धारित होते है । रत्नों में सबसे उत्तम रत्न पुखराज रत्न को माना जाता है । जिसे आमतौर पर लोग येलो सैफायर स्टोन के नाम से जानते हैं । पुखराज रत्न को कुंडली में मौजूद बृहस्पति ग्रह का रत्न माना जाता है । वैसे तो इसके कई रंग होते हैं लेकिन पलाश के फूलों में इसे पीले रंग मिला है । कहा जाता है कि जिन लोगों की कुंडली में बृहस्पति ग्रह की स्थिति अगर अशुभ फल दे रही हो तो उन लोगों को पुखराज रत्न पहनने की सलाह दी जाती है। शास्त्रों के अनुसार पुखराज रत्न के पहनने से व्यक्ति के जीवन में सुख - समृद्धि आती है ।
आइए अब जानते हैं क्यों,कब और किसे पहनना चाहिए पुखराज रत्न ?
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किन लोगों को पहनना चाहिए पुखराज रत्न
कहा जाता है कि जिन लोगों की कुंडली में बृहस्पति ग्रह कि स्थिति अगर शुभ प्रभाव नहीं दे रही हो या कम प्रभाव दे रही हो तो ऐसे में उन्हें पुखराज रत्न पहनने की सलाह दी जाती है । वहीं 12 राशियों में से धनु राशि और मीन राशि वाले जातकों के लिए भी यह रत्न सौभाग्यशाली साबित होता है । क्योंकि बृहस्पति ग्रह इन दोनों ही राशियों के स्वामी होते हैं । इसके अलावा मेष राशि , कर्क राशि , सिंह राशि और वृश्चिक राशि वाले जातकों के लिए भी ये रत्न सफलता के रास्ते खोल देता है । लेकिन आमतौर पर कई लोग इस रत्न को बिना ज्योतिषीय की सलाह के पहन लेते हैं जिसके कारण उन्हें परेशानियां होती है । इसीलिए आप ज्योतिषीय के सलाह के बिना इस रत्न को धारण ना करें । मान्यता है कि अगर कोई किसी व्यक्ति को पुखराज रत्न सूट कर जाता है तो उसकी किस्मत चमकाने के लिए प्रभावशाली हो जाती है।
जानिए पुखराज रत्न के कुछ लाभ
पुखराज रत्न को धारण करने से व्यक्ति के मान सम्मान में वृद्धि होती है व शिक्षा और कैरियर के क्षेत्र में भी सफलता मिलती है । यदि किसी व्यक्ति के विवाह में बाधाएं आ रही हैं तो उसे पुखराज रत्न पहनने की सलाह दी जाती है । इससे उसकी विवाह संबंधित बाधाएं दूर हो जाती । कई लोगों के लिए पुखराज रत्न काफी फायदेमंद रत्न माना जाता है । जैसे कि :- प्रशासनिक अधिकारियों , वकीलों , राजनेताओं , न्यायाधीशों व शिक्षकों ।
जिन लोगों को सीने , शवास व गले से संबंधित बीमारियां होती हैं उन्हें पुखराज रत्न पहनने की सलाह दी जाती है । ऐसा करने से उनकी तबीयत में सुधार होता है । जिन लोगों का दिमाग एक जगह पर नहीं रहता व उनका दिमाग बार-बार कहीं न कहीं भटकता रहता है । ऐसे में उन्हें पुखराज रत्न पहनना चाहिए । इसके पहनने से उन्हें शांति प्रदान होती है । साथ ही साथ यह रत्न निर्णय लेने की क्षमता में सुधार भी करता है ।
इस रत्न को पहनने से पहले आप भी रखें कुछ बातों का ध्यान ;
जो लोग पन्ना , हीरा , नीलम , गोमेद व लहसुनिया रत्न पहले से ही पहने हुए होते हैं उन्हें यह पुखराज रत्न बाकी रत्नों के साथ नहीं पहनना चाहिए । इसके अलावा वृष राशि , कन्या राशि , मिथुन राशि , मकर राशि , तुला राशि और कुंभ राशि वाले जातकों को भी पुखराज रत्न का धारण नहीं करना चाहिए ।
जो लोग पुखराज रत्न का धारण कर रहे हैं उन्हें इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए कि रत्न का वजन कभी भी 3.25 कैरेट से कम न हो। रत्न को धारण करने से पहले ज्योतिषाचार्य से इसकी विधि - विधान से पूजा अवश्य करा लेनी चाहिए व कभी भी टूटा हुआ रत्न धारण नहीं करना चाहिए ।
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