मंगल ग्रह के राशि परिवर्तन से कन्या राशि के जातकों पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। इस राशि के जातकों को वाद-विवाद से बचने की जरूरत है।
मंगल को पराक्रम और छोटे भाई का कारक माना जाता है। यदि कुंडली में मंगल खराब हो तो जातक के शरीर से अत्याधिक रक्त का स्राव होता है। इतना ही नहीं उसे रक्त संबंधी बिमारी का सामना करना पड़ सकता है और उसकी अपने छोटे भाईयो के साथ बिल्कुल भी नहीं बनती।
सभी ग्रहों के सेनापति यानी मंगल ग्रह ने राशि परिवर्तन कर लिया है। मंगल ने तुला राशि में प्रवेश कर लिया है। ग्रहों के राशि परिवर्तन का सभी राशियों पर शुभ- अशुभ प्रभाव पड़ता है। मंगल को ऊर्जा, भाई, भूमि, शक्ति, साहस, पराक्रम, शौर्य, गतिशीलता और जीवन शक्ति का कारक ग्रह माना जाता है।
22 अक्टूबर को मंगल देव ने राशि परिवर्तन कर लिया है। ज्योतिष में मंगल को विशेष स्थान प्राप्त है। मंगल को सभी ग्रहों का सेनापति कहा जाता है। मंगल को ऊर्जा, भाई, भूमि, शक्ति, साहस, पराक्रम, शौर्य, गतिशीलता और जीवन शक्ति का कारक ग्रह माना जाता है। 22 अक्टूबर को मंगल ने तुला राशि में प्रवेश कर लिया है। मंगल के राशि परिवर्तन से सभी राशियों पर शुभ- अशुभ प्रभाव पड़ता है। ज्योतिष गणनाओं के अनुसार मंगल के राशि परिवर्तन से कुछ राशि वालों का भाग्योदय होने जा रहा है।
दरिद्रता से मुक्ति के लिए ज़रूरी है अपने ग्रह-नक्षत्रों की जानकारी, देखिए अपनी जन्म कुंडली मुफ़्त में