कुंडली में
ग्रहों का प्रभाव अन्य ग्रहों के साथ उनके संबंधों, स्थान विशेष स्थिति, नक्षत्र एवं बलाबल के आधार पर होने वाला प्रभाव होता है. ग्रहों के प्रभावों को प्रमुख रुप से सकारात्मक या नकारात्मक के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है. ग्रहों के
प्रभाव को शुभ एवं अशुभ ग्रहों की प्रकृति से भी बांटा जा सकता है. कुंडली में प्रत्येक ग्रह का अपना प्रभाव होता है. सभी नव ग्रहों की उपस्थिति कुंडली में भिन्न भिन्न प्रभव देने वाली होती है. जातक के जीवन में आने वाले बदलाव इन्ही ग्रहों की स्थिति पर आधारित होते हैं. कुछ मामलों में शुभ ग्रह भी अशुभ फल दे सकते हैं ओर अशुभ ग्रह शुभ फल देने वाले बन सकते हैं यह सभी कुछ कुंडली की ग्रह स्थिति भावों की स्थिति के आधार पर ही निर्धारित किया जा सकता है. इसकारण से कोई भी ग्रह शुभ ओर अशुभ बन सकता है उस कुंडली में स्वामित्व के आधार पर.
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