मंगल का गोचर 21 अक्टूबर को रात्रि समय
कन्या राशि से निकल कर तुला राशि में होगा. तुला राशि में मंगल की स्थिति कई मामलों को प्रभावित करने वाली होगी. इस समय में व्यक्ति की ऊर्जा कई मामलों में कुछ शांत दिखाई दे सकती है. रोमांच की स्थिति होगी मन में कई तरह की विचारधाराएं जन्म लेंगी. जब मंगल तुला राशि में होता है तो यह जातक को उतनी ऊर्जा प्रदान नहीं करता है जितनी अन्य राशि प्रदान कर सकती है. ऐसा जातक कई संपत्ति के साथ एक आसान और विलासितापूर्ण जीवन की इच्छा रखता है. इस समय स्वयं को लेकर अलग विचार उत्पन्न होंगे और विलासिता का प्रभाव भी मन में होगा. मान सम्मान प्राप्ति की इच्छा बहुत होती है. इस समय अत्यधिक भावनात्मक स्वभाव बढ़ता है जो उसके लिए एक समस्या हो सकती है, क्योंकि भावनाएं हमेशा परेशानी अवश्य उत्पन्न करती ही हैं. यह साथी के लिए अच्छा नहीं हो सकता है, जिससे जातक को कई उम्मीदें हो सकती हैं. कभी-कभी वह पार्टनर को परेशानी अधिक रह सकती है. सभी ग्रहों के सेनापति यानी मंगल ग्रह ने राशि परिवर्तन कर लिया है। मंगल ने तुला राशि में प्रवेश कर लिया है। ग्रहों के राशि परिवर्तन का सभी राशियों पर शुभ-
अशुभ प्रभाव पड़ता है। मंगल को ऊर्जा, भाई, भूमि, शक्ति, साहस, पराक्रम, शौर्य, गतिशीलता और जीवन शक्ति का कारक ग्रह माना जाता है। इस समय कैसा रहेगा सभी राशियों पर मंगल के तुला राशि पर जाने का प्रभाव
जानिए अपने घर की बनावट का शुभ या अशुभ प्रभाव पूछिए वास्तु विशेषज्ञ से