मेष राशि ऊर्जा और अग्नि तत्व पकी राशि
होती है और वहीं मिथुन राशि द्विस्वभाव की और वायु तत्व प्रधान राशि है. दोनों में ही उत्साह भर्पूर होता है. मेष का स्वामी मंगल है तो मिथुन का बुध ऎसे में इन दोनों के राशि स्वामियों में मैत्री भाव सामान्य ही होता है. इन दोनों राशि के जातकों में एक दूसरे को लेकर
उत्साह और उर्जा का भाव बना रहने वाला होता है. जहां मंगल केप्रभाव से मेष में क्रोध की अधिकता देखने को मिल सकती है वहीं बुध ग्रह का प्रभाव मिथुन राशि पर होने से वह उतने क्रोधी नहीं होंगे जितना मेष में होगा. साथ ही बुध एक राजकुमार ग्रह है तो मिथुन में कोमलता होगी
साथ ही प्यार भी खूब होगा और जिद्द भी होगी. इन दोनों के बीच बहुत सी समानताएं होंगी तो बहुत सी विभिन्नताएं भी होंगी. अपने अपने स्तर पर दोनों ही कमाल का व्यक्तित्व रखते हैं. दोनों अगर साथ होते हैं तो कुछ बेहतर और कमाल का कर सकने में भी सक्षम होते हैं. पर कई बातों
में जब अलग होते हैं तो विरोधी भी प्रबल बन सकते हैं इसलिए दोनों को खुद को नियंत्रित करना सिखना चाहिए तभी सफलता मिल सकती है.
अग्नि और वायु तत्व का बेहतरीन मेल
अगर हम तत्वों की बात करें तो दोनों ही
एक दूसरे के साथ तत्वों में इनका संगम कमाल का हो सकता है. तत्वों के रुपों में अग्नि को प्रज्जवलित करने में हवा का अहम योगदान होता है. इसलिए इन दोनों में एक साथ गजब का कनेक्शन भी दिखाई देता है. दोनों ही उत्साहित और रोमांच को पसंद करने वाले होते हैं. बोरिंगनेस
किसी को पसंद नहीं होगी इस कारण एक दूसरे का साथ बहुत पसंद करने वाले होंगे. एक दूसरे के लिए कई सारे रोमांच से भरे काम करने में भी इनका कोई सानी नहीं होता है.
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