नवग्रह का भवन के वास्तु प्रभाव (Navgrah Effects on House Vastu) - तो आइए जानते हैं की नौ ग्रहों का भवन के वास्तु पर क्या असर पड़ता है।
घरों के
वास्तु में ग्रहों का विशेष स्थान होता है। सृष्टि में नौ ग्रहों को पाया गया है तथा कहा जाता है कि प्रत्येक ग्रह का एक भवन निर्माण होता है जहां वह मनुष्य को अत्यधिक लाभ पहुंचाते हैं इसके साथ-साथ यह भी बताया गया है कि देवता लोगों की मुख्य दिशा भी होती है। हर देवता की अलग अलग दिशाएं निर्धारित है। कहा जाता है कि नौ ग्रहों के अनुसार और घरों के वास्तु के अनुसार यदि कोई कार्य किए जाएं तो जीवन भर घर में सुख शांति व समृद्धि आती है। और जीवन आनन्ददायक रहता है। एवं देवी देवताओं की विशेषताओं को ध्यान में रखकर पूजा पाठ किया जाए तो जीवन खुशहाल हो जाता है। इससे ठीक उल्टा यदि घरों के ग्रहों की दिशाओं को आप नजरअंदाज करके कोई काम करते हैं और वास्तु के नियमों का उल्लंघन करते हैं तो आपका जीवन भी दुख मुसीबतों से घिरा रहेगा। तो आइए जानते हैं की नौ ग्रहों का भवन के वास्तु पर क्या असर पड़ता है। वास्तु खुद को अंतरिक्ष, समय और वास्तुकला से संबंधित करता है जबकि ज्योतिष समय के साथ काम करता है, जिससे मानव जीवन में दोनों का महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। भारत में, वास्तु शास्त्र को लोगों, उनके व्यवहार और उनके जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में उनकी सफलता पर एक मजबूत प्रभाव माना जाता है। इसलिए वास्तु के अनुसार अपने घर की मॉडलिंग इस ऊर्जा को चैनलाइज़ करने के सबसे प्रभावशाली तरीकों में से एक माना जाता है।