सूर्य अग्नि तत्व के कारक एवं पूर्व दिशा के स्वामी हैं। यह पिता के भी कारक माने गए हैं। कुदरती कुंडली में सिंह राशि पर पंचम भाव का प्रतिनिधित्व करती है। जिसके वजह से मनुष्य के हाजमे पर विशेष असर पड़ता है। भवन के पूर्व की दिशा का ऊंचा होना या वहां पर दो छत्ती का निर्माण करवाने से महिलाओं को हड्डी रोग तथा सरकारी कर्मचारी को दिन प्रतिदिन दिक्कतों का सामना करना पड़ता है । स्वस्थ एवं सम्मानित जीवन निर्वाह करने के लिए भवन पर इसका शुभ प्रभाव पड़ना अत्यंत जरूरी है।
राशिनुसार जानें कैसा होना चाहिए आपके घर का वास्तु ? |