चातुर्मास का महत्व
इस 4 माह की अवधि को ईश्वर की पूजा हेतु शुभ माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु जगत पालनकर्ता एव सर्वव्यापी है तथा यही पूरे ब्रह्मांड के रचयिता भी माने जाते हैं। इसलिए इस पवित्र माह में माता लक्ष्मी सहित जगत रचयिता भगवान विष्णु की शेषनाग की शैया पर लेटे मूर्ति की पूजा का विधान है। ऐसा माना जाता है कि इस पवित्र माह में जो भक्त सच्चे मन से भगवान विष्णु की भक्ति करता है, उसे हरि कृपा प्राप्त होती है।
इस अवधि के दौरान क्या-क्या नियम करें
इस साल किस राशि में कब प्रवेश करेंगे शनि, एक क्लिक से जानें किन जातकों पर समाप्त होगी साढ़े-साती