दूर्गा पूजा की तरह
छठ पूजा भी हिंदूओं का प्रमुख त्यौहार है। आमतौर पर इसे क्षेत्रीय स्तर पर बिहार में इस पर्व को लेकर एक अलग ही उत्साह देखने को मिलता है।
दिवाली के बाद छठ पूजा की तैयारियां शुरू हो जाती हैं. यह पर्व बिहार, झारखंड समेत कुछ राज्यों में बेहद अहम माना जाता है. इस पूजा में सूर्य को अर्ध्य दिया जाता है और छठी माता की पूजा की जाती है. वहीं आज से सूर्य षष्ठी व्रत की शुरुआत से छठ पूजा का बड़ा ही विशेष महत्व है। छठ पूजा का यह व्रत मुख्य रूप से संतान की लंबी आयु, पारिवारिक सुख-समृद्धि, अच्छी सेहत और मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए किया जाता है। छठ पूजा का ये त्योहार पूरे चार दिनों तक मनाया जाता है। छठ पूजा को सबसे कठिन व्रत माना जाता है। क्योंकि इसके नियम बहुत कड़े होते हैं। जानिए व्रत के दौरान किन बातों का ध्यान रखना है जरूरी।छठ पूजा के पहले दिन नहाय-खाय होता है। दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य और अगले उसके दिन अरुणोदय काल में उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण किया जाता है।4 दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में विधि-विधान से पूजा करने के साथ कुछ नियमों का भी पालन करना होता है। यह व्रत जितना कठिन होता है उतने ही कड़े इसके नियम होते हैं। आज हम इस लेख के जरिए यह बताने का प्रयास करेंगे की भूलकर भी यह गलती
व्रत के दौरान ना करें.
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