विद्वानों के अनुसार फाल्गुन माह की षष्ठी तिथि पर भगवान श्री कृष्ण की मैया का जन्म दिन आता है। जो इस बार 4 मार्च को पड़ रहा है। जो हर माँ के लिए खास है। इस दिन मां यशोदा की पूजा करके माताएं अपने बच्चों का उत्तम स्वास्थ्य,लंबी आयु प्राप्त कर सकेंगीं। भारत के विभिन्न हिस्सों में यशोदा जयंती बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है। जैसे- गुजरात और दक्षिण भारत इत्यादि में।
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मां यशोदा की जयंती का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि-
सर्वप्रथम स्नान करें। और कृष्ण के साथ मां यशोदा का ध्यान करें। मां यशोदा की ऐसी प्रतिमा स्थापित करें, जिसमें कृष्ण उनके गोद में हो या उनके साथ। फिर उस प्रतिमा की पूजा प्रारंभ करें। मां यशोदा को लाल चुनरी अवश्य चढ़ाएं, एवं श्रृंगार का सामान भी अर्पित करें। फिर भोग लगाएं। भोग में चरणामृत, पंजीरी, माखन मिश्री ,पीली मिठाईयां अर्पित करें। मां का सारा दिन उपवास करें ।और शाम को फल्हारी करें। फिर प्रसाद से ही व्रत खोलें।
षष्ठी प्रारंभ : 4 मार्च 2021 सुबह 12:21 से।
षष्ठी समाप्त: 4 मार्च 2021 9:57 मिनट तक।
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