रूद्राभिषेक के लाभ-
मल्लिकार्जुन के पावन धाम में होगी विशेष पूजा । मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग आंध्र प्रदेश में स्थित है। यह मंदिर कृष्णा नदी के तट पर श्रीसैलम नाम के पर्वत पर स्थापित है। यह ज्योतिर्लिंग शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में दूसरे स्थान पर आता है। स्कंद पुराण में भी श्री शैल काण्ड नाम का अध्याय है। उसमें भी इस मंदिर का वर्णन किया गया है। इससे पता चलता है कि यह मंदिर बहुत ही प्राचीन है। इस मंदिर के विषय में कहा जाता है कि ‘मल्लिका’ माता पार्वती का नाम है, जबकि ‘अर्जुन’ भगवान शंकर को कहा जाता है। इस प्रकार सम्मिलित रूप से ‘मल्लिकार्जुन’ के नाम से यह ज्योतिर्लिंग प्रसिद्ध है।
रूद्राभिषेक का महत्व--
रुद्राभिषेक भगवान शिव को प्रसन्न करने का सबसे प्रभावी तरीका है। श्रावण मास या शिवरात्रि के दिन यदि रुद्राभिषेक किया जाए तो इसकी महत्ता और भी बढ़ जाती है। रुद्राभिषेक का अर्थ होता है,भगवान शिव का रुद्र के मंत्रों के द्वारा अभिषेक करना। जीवन में कोई कष्ट हो या कोई मनोकामना हो तो सच्चे मन से रुद्राभिषेक करने से निश्चित रूप से अभीष्ट लाभ की प्राप्ति होगी। रुद्राभिषेक ग्रह से संबंधित दोषों और रोगों से भी छुटकारा दिलाता है।
हमारी सेवाएं-
मंदिर के प्रांगण में पंडित जी द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ रूद्राभिषेक किया जाएगा।
पंडित जी के द्वारा कॉल पर आपको संकल्प करवाया जाएगा। अभिषेक में उपयोग की जाने वाली सारी सामाग्री पंडित जी की तरफ से दी जाएगी।
प्रसाद-
अस्वीकरण : myjyotish.com न तो मंदिर प्राधिकरण और उससे जुड़े ट्रस्ट का प्रतिनिधित्व करता है और न ही प्रसाद उत्पादों का निर्माता/विक्रेता है। यह केवल एक ऐसा मंच है, जो आपको कुछ ऐसे व्यक्तियों से जोड़ता है, जो आपकी ओर से पूजा और दान जैसी सेवाएं देंगे।