घर बैठें श्राद्ध माह में कराएं विशेष पूजा, मिलेगा समस्त पूर्वजों का आशीर्वाद
साई बाबा का मूल मंत्र रहा हैं कि सबका मालिक एक है । साई बाबा का व्रत बहुत सरल हैं , उसे कोई भी रख सकता हैं चाहें कोई बच्चा हो या बुज़ुर्ग । गुरुवार के दिन सुबह उठकर स्नान करें । इसके बाद पीला या लाल कपड़ा बिछाकर उसपर साई बाबा की मूर्ति या तस्वीर लगाएं । इसके बाद बाबा को पीले फूल या हार चढ़ाए। अगरबत्ती या दीपक जला कर साई बाबा व्रत कथा पढ़े । तत पश्चात वह उन्हें भोग अर्पण करें, प्रसाद में फल या मिठाई हो सकती हैं। व्रत के दौरान फलाहार खा सकते हैं , इसके अतिरिक्त चाय का सेवन भी कर सकते हैं । व्रत के दौरान अगर कोई परेशानी हो तो अगले गुरुवार को व्रत रख सकते हैं। शाम को व्रत खोलें और साई बाबा के मंदिर में दीपक जलाएं।
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साई बाबा के व्रत नौ की संख्या में रखे जाते हैं । वृत के अंतिम दिन पाँच गरीब लोगों को भोजन कराएं और उन्हें अपने सामर्थ्य के हिसाब से दान दें। इससे बाबा प्रसन्न होते हैं । इसके साथ ही साथ बाबा की कृपा का प्रचार करने के लिए 7,11,21 की संख्या में साई पुस्तकें अपने आस-पास के लोगो में बंटे । इस प्रकार यह व्रत समाप्त संपन्न करें।
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