शनि जयंती के शुभ अवसर पर कोकिलावन शनि धाम में चढ़ाएं 11 किलों तेल और पाएं अष्टम शनि ,शनि की ढैय्या एवं साढ़े - साती के प्रकोप से छुटकारा : 22-मई-2020
ग्रहों का मनुष्य जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान होता है। उसमें भी जब बात शनि देव की आती है तो लोगों का मन उनके प्रकोप से विचलित हो उठता है। शनि के प्रभावों से बचना सरल नहीं होता परन्तु यदि कोई उनकी दृष्टि में कुशल रूप से बस गया तो उस व्यक्ति का जीवन सफल हो जाता है। उसे किसी प्रकार के दुःख और दरिद्रता का सामना नहीं करना पड़ता है। ऐसे बहुत कम लोग है जो शनि के प्रभावों से खुद को बचाने में सक्षम होते है। यह इसलिए भी सफल हो पातें क्यूंकि इन में कुछ विशेष प्रकार के आचरण होतें है जो उन्हें दूसरों से अलग बनाते है और स्वयं शनि की कृपा के लिए खुद को समर्थ दिखा पातें है।
शनि जयंती के पावन अवसर पर कोकिलावन शनि धाम में कराएं तेल अभिषेक
इन लोगों को बचपन से ही हड्डियों में दर्द की परेशानी होती है और यदि इन्हे किसी प्रकार की चोट लग जाएं तो ठीक होने के बाद भी उससे परेशानी ख़त्म नहीं होती परन्तु इन लोगों के बारें एक बात शनि को बहुत अच्छी लगती है और वह यह की ऐसे लोग अपने दुःख को बड़ा बनाकर नहीं दिखते। वह अपनी समझदारी और कुशलता के बल पर जीवन की समस्त विपदाओं को पर कर लेते है। और इसी शक्ति एवं आत्मविश्वास को सफलता के मार्ग में आगे बढ़ाने के लिए शनि देव उनकी सहायता करते है। वह शनि देव को प्रसन्न करने हेतु उनका तेल से अभिषेक करतें है जिससे उनकी परेशानियाँ दूर हो जाती है।
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