myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   Navaratri 2020 : maa durga devi skandmata

नवरात्रि विशेष : माँ दुर्गा का पांचवां स्वरुप है माँ स्कंदमाता

Myjyotish Expert Updated 20 Oct 2020 04:03 PM IST
Navaratri
Navaratri - फोटो : Myjyotish
विज्ञापन
विज्ञापन

स्कंदमाता माँ दुर्गा के पांचवे रूप को कहा जाता है । पुराणों में इनको कुमार और शक्तिधर कार्तिकेय जी कहकर इनकी महिमा का वर्णन किया है। यह मयूर पर सवार रहते है ।

भगवान स्कंद की माता होने के कारण यह मां दुर्गा के पांचवे स्वरूप स्कंदमाता के नाम से भी जानी जाती है । नवरात्रि के पर्व में इनकी पूजा पांचवे दिन पर की  जाती है । माना जाता है कि नवरात्र के पांचवें दिन व्यक्ति का मन विशुद्ध चक्र में अवस्थित होता है । माना जाता है कि इनके विग्रह में अपने बाल रूप में भगवान स्कंद जी माता स्कंद की गोदी में बैठे होते हैं । 

स्कंदमाता की चार भुजाएं होती है । दाहिने तरफ की ऊपर वाली भुजा में स्कंदमाता ने भगवान स्कंद को गोद में पकड़ा हुआ है और दाहिने तरफ की नीचे वाली भुजा में कमल का पुष्प होता है । स्कंदमाता कमल के आसन पर बैठती है। इसीलिए इन्हें पद्मासना देवी भी कहते हैं और इनका वाहन सिंह है । 

नवरात्रि पर विंध्याचल में कराएं दुर्गा सहस्त्रनाम का पाठ पाएं अश्वमेघ यज्ञ के समान पुण्य 

नवरात्रि पूजन के पांचवें दिन का शास्त्रीय पुष्प कल महत्व बताया है । जो भी व्यक्ति नवरात्रों के पांचवे दिन पर स्कंदमाता की पूजा आराधना पूरे मन से करता है उस व्यक्ति का मन समस्त अलौकिक सांसारिक बंधनों से मुक्त होकर स्कंदमाता की पूजा आराधना में लीन हो जाता है । जो भी व्यक्ति स्कंदमाता की पूजा करता है उसके मन की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। व्यक्ति को मृत्यु लोक में ही शांति और सुख का अनुभव हो जाता है। व्यक्ति की बुद्धि में वृद्धि होती है ।

स्कंदमाता की पूजा विधि :
  • सबसे पहले सुबह उठकर स्नान करें और साफ वस्त्र धारण करें |
  • उसके घर स्कंदमाता की घर के मंदिर में तस्वीर या मूर्ति को स्थापित करले |
  • एक कलश में पानी भरकर उसमें गंगाजल और कुछ सिक्के डाल दे |
  • स्कंदमाता को रोली , कुमकुम अर्पित करें |
  • माता को भोग लगाए और उनकी कथा सुने |
यह भी पढ़ें :  

क्यों है यह मंदिर विशेष ? जानें वर्षों से कैसे जल रहा है पानी से दीपक

वास्तु शास्त्र के अनुसार सजाएं अपना घर, जानें मुख्य दिशाएं 

नवरात्रि से जुड़ी यह कुछ ख़ास बातें नहीं जानतें होंगे आप !

 
  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support
विज्ञापन
विज्ञापन


फ्री टूल्स

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms and Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree
X