यह मंदिर कालीसिंध नदी के किनारे स्थित है । यह एक माता का मंदिर है , जहाँ ज्वाला देवी की तरह बिना घी - तेल के 24 घंटे अग्नि दीपक जलता है ।
जहाँ एक तरफ पानी से आग बुझती है वही इस मंदिर में दीपक बिना घी और तेल के बजाय पानी से जलता हैं । शाहजहांपुर के गाड़िया घाट मंदिर में पिछले 9 साल से पवित्र जोत प्रज्वलित हो रही है ।
यहाँ के पुजारी का कहना है कि पहले यहाँ देवी माँ के सामने सामान्य तेल का दीपक जलता था लेकिन 9 साल पहले मंदिर की देवी ने मंदिर के पुजारी को स्वप्न में दर्शन दिए और कहा कि अब से उनके लिए दीपक पानी से जलाया जाए । तब से अब तक दीपक कालीसिंध नदी के पानी से जलता है । कहा जाता है जैसे ही इस दीपक में पानी डालता है इसकी जोत और तेज़ हो जाती हैं । यह दीपक सिर्फ कालीसिंध नदी के पानी से ही जलता हैं।
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यहाँ तेल के बजाए पानी से जोत जलाए जाने का दावा किए जाने के बाद लोगों ने यहां बड़ी संख्या में आना शुरु किया। इस तरह मंदिर का गुणगान आस-पास के जगहों के साथ काफी दूर-दूर तक भी होने लगा। धीरे-धीरे मंदिर की प्रसिद्धि बढ़ती गई और अब दूर से भी लोग यहाँ माता की चमत्कारी जोत का दर्शन करने के लिए आते हैं।
नवरात्रों में यहाँ भारी संख्या में लोग आते हैं और दर्शन करते हैं । कहा जाता है इस मंदिर के दर्शन से मनोकामना ज़रूर पूरी होती हैं। मंदिर के पुजारी का यह भी कहना है कि यह दीया बरसात के मौसम में नही जलता क्योंकि बरसात में नदी का जल स्तर ऊपर आ जाता है जिससे यह मंदिर डूब जाता है ।इसके बाद शारदीय नवरात्रों में इस दीप को दुबारा प्रज्वलित किया जाता हैं।
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