ज्येष्ठा पूर्णिमा पर हरिद्वार में कराएं लक्ष्मी नारायण यज्ञ, होगी सुख-संपत्ति, धन, वैभव और समृद्धि की प्राप्ति - 24 जून 2021
- अगर आपके जीवन में धन संबंधित समस्याएं बनी रहती हैं और आपको धन संचयन करने में दिक्कत आती है। तो इसके लिए घर के मुखिया को अपना खाना रसोईघर में खाना खाने के लिए कहा जाता है। और मुखिया को हमेशा अपने मस्तक पर सफेद चंदन का टीका लगाना चाहिए।
- लाल किताब के अनुसार अगर आप या आपका परिवार धन संकट से गुज़र रहा हैं तो , आपको खासतौर से शनिवार, मंगलवार या रविवार को 7 बादाम और 8 काजल की डिबिया लेनी है। और उसे काले वस्त्र में बांधकर किसी बक्से में रखना है। ऐसा करने से धीरे धीरे आपकी धन संबंधित समस्याएं दूर हो जाएंगी।
- शुक्रवार माँ लक्ष्मी का दिन होता है। तो उस दिन आपको किसी ताले की दुकान पर जाकर बिना खोले ही एक ताला खरीदकर लाना है। इस ताले को रात को पास में रखकर सोएं। सुबह स्नान करके ताले को किसी मंदिर में रख आएं। लौटते वक्त पलटकर बिल्कुल न देखे। इसके पीछा ऐसा मानना है कि जब भी कोई उस ताले को खोलेगा तो आपकी किस्मत के ताले भी खुल जाएंगे।
- बहुत ज़्यादा धन संबंधित परेशानी है तो , रात को सोते वक्त सिरहाने एक पात्र में जौं भरकर रखें। सुबह किसी पशु को खिला दें या गरीब को दान करदें। घर के सभी सदस्य रसोई में बैठकर भोजन करें।
- खाना खाते वक्त पहला हिस्सा किसी कौए के लिए , दूसरा हिस्सा कुत्ते और तीसरा हिस्सा गाय के निकाले। प्रत्येक शनिवार को रोटी पर घी लगाकर कुत्ते को खिलाएं। ऐसा करने से धन संबंधित समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
- अगर घर में अत्यधिक खर्चा होता हो , या बहुत प्रयासों के बाद भी पैसा नहीं टिकता हो तो, आपको दक्षिणवर्ती शंख लाकर उसमें दूध भरकर गुरुवार को भगवान विष्णु का अभिषेक करना चाहिए। इससे धन लाभ के नए स्त्रोत बनते है, और उनके बारे में पता चलता है।
- धन लाभ के लिए लाल किताब के अनुसार अमावस्या की शाम को घर के ईशान कोण में गाय के घी का दीया जलाना चाहिए। इसमें लाल धागे की बाती का प्रयोग करें और हल्दी भी ड़ाले। ऐसा करने से माता लक्ष्मी बहुत प्रसन्न होती है और इससे धन लाभ के अत्यंत मज़बूत योग बनते हैं।
- घर से दरिद्रता समाप्त करने हेतु , आप पाँच किलो आटा और सवा किलो गुड़ लेकर उसकी रोटियां बना लें। और गुरुवार शाम किसी गाय या गरीब को इसका दान करदें।
- माँ लक्ष्मी की पूजा करें और फिर दहलीज़ के दोनों तरफ स्वास्तिक का चिन्ह बनाकर उसकी पूजा करें और दोनों तरफ एक एक चावल की ढेरी बनाएं। दो सुपारी लेकर उसपर कलावा लपेटे और चावल की ढेरियों पर रख दें।
- शनिवार के दिन शाम के समय में पीपल के पेड़ के नीचे घी का दीया जलाएं। इससे माता लक्ष्मी की कृपा होगी।
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