जानिए वक्री गुरु का कुंभ में राशि परिवर्तन किन तीन राशियों के लिए है मंगलकारी
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वक्री गुरु का कुंभ में राशि परिवर्तन: शुक्र ग्रह को प्रेम, संबंध, सौंदर्य और आनंद का कारक माना जाता है।इस ग्रह की शुभ स्थिति जीवन में अच्छे परिणाम देती है। शुक्र ग्रह 22 जून 2021 को कर्क राशि में गोचर करेंगे। इस राशि में शुक्रदेव 17 जुलाई 2021 तक स्थित रहेंगे। कर्क चंद्र ग्रह की राशि है और शुक्र चंद्र ग्रह को अपना शत्रु मानता हैं। सनातन धर्म मे ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शुक्र ग्रह भौतिक सुख, कला, सौंदर्य, ऐश्वर्य और कामुकता का प्रतीक माना जाता है। यह लगभग 23 दिनों तक एक राशि में स्थित रहते हैं। इसके बाद ये राशि परिवर्तन करते हैं। आइए जानते हैं कि शुक्र के इस गोचर का सभी राशियों पर क्या असर पड़ने वाला है।