Guru gochar
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जैसा की आप सब अवगत है कि सूर्य के मिथुन राशि में प्रवेश करने के पांच दिन बाद 20 जून 2021 को विद्या के कारक गुरु यानि देवगुरु बृहस्पति वक्री गति करते हुए में कुंभ में गोचर करेंगे।इसके पश्चात 14 सितंबर, 2021 को मार्गी गति शुरु करते हुए पुन: मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे। गुरु के इस परिवर्तन का सर्वाधिक प्रभाव कुंभ राशि पर तो होगा किन्तु इसके अलावा इसका प्रभाव वृषभ व मिथुन राशि पर भी पड़ेगा।
मकर के समान ही कुंभ भी शनिदेव की राशि है। ऐसे में कहा जा रहा है कि शनिदेव देव गुरु बृहस्पति का सम्मान तो करेंगे, किन्तु इस बीच वे करेंगे अपने ही मन की। यानि कुछ मामलों में गुरु को भी वे अपमानित कर सकते हैं।
पंडित के मुताबिक गुरु का ये परिवर्तन ज्योतिष म की दृष्टि में अत्यंत महत्वपूर्ण है जिसका असर सभी 12 राशियों पर शुभ अशुभ होगा ∣
आज हम जानेगें 20 जून से 14 सितंबर तक का समय सभी राशियों के लिए कैसा रहेगा ?
गुरु के परिवर्तन का 12 राशियों पर प्रभाव...