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जानिए माँ बगलामुखी कैसे कहलाईं सर्वशक्तिशाली व राजयोग की देवी

MyJyotish Expert Updated 28 Apr 2020 05:43 PM IST
Know how to say Mother Baglamukhi the Goddess of all-powerful and Raja Yoga
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देवी बगलामुखी संसार की दसमहाविद्याओं में से आठवीं महाविद्या हैं, इन्हें पीताम्बरा देवी के नाम से भी जाना जाता है। बैसाख माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को इनकी जयंती के रूप में मनाया जाता है। शत्रुओं का नाश व वाद-विवाद, वाकसिद्धि में विजय प्राप्त करने के लिए देवी की पूजा की जाती है। देवी की उपासना से शत्रु का स्तम्भन हो जाता है तथा जातक का जीवन निष्कंटक बन जाता है। यह देवी पीली साड़ी धारण करती हैं तथा वह अपने अलौकिक सौंदर्य का प्रतिनिधित्व भी करती हैं।



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देवी अत्यंत कल्याणकारी हैं अर्थात वह अपने भक्तों के सभी कष्टों को हर लेती हैं तथा उनपर कोई विपदा नहीं आने देती। देवी के आशीर्वाद से आसाध्य से लगने वाले कार्य भी हो जाते हैं। उनकी पूजा में बगलामुखी पाठ व मंत्रों का जाप अवश्य करना चाहिए।

देवी का शरीर स्वर्ण आभूषणों से अलंकृत है जो की बहुत सुन्दर प्रतीत होता है। उनका रंग कांति समान गोरा है एवं उनके मुख मंडल पर छाई मुस्कान भक्तों के मन को मोह लेती है। उनकी मुस्कान की दर्शन से ही भक्त अपने कष्टों को भूलने लगता है।

देवी प्रमुख रूप से शत्रुओं को नष्ट करने की इच्छा रखने वाली तथा समिष्टि रूप से ईश्वर की संहार शक्ति हैं। इनकी पूजा में विशेष रूप से पीले रंग का अधिक महत्व होता है। यदि पूजा के समय पीले वस्त्र धारणकर पीले फल व फूल अर्पण किए जाएं तो देवी बहुत खुश होती हैं। वह भक्तों के सभी दुखों का नाशकर उन्हें भयमुक्ति का आशीर्वाद प्रदान करती हैं। रात्रि काल में देवी की उपासना से विशेष सिद्धि की प्राप्ति होती है। देवी बगलामुखी की पूजा से व्यक्ति हर प्रकार की बाधा से मुक्त हो जाता है।

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माँ बगलामुखी की पूजा हेतु प्रातः काल में उठकर स्नान आदि सम्पन्न कर लेना चाहिए। इस दिन पीलें वस्त्रों को धारणकर अकेले या किसी मंदिर में सिद्ध पुरुष के साथ बैठकर देवी की साधना करनी चाहिए। हाथ में पीले फूल व चावल लेकर संकल्प करना चाहिए। पूर्ण विधि-विधान से देवी की पूजा संपन्न करनी चाहिए। उन्हें मन पसंद पीलें रंग की मिठाई का भोग लगाकर प्रसन्न करना चाहिए। यदि देवी की पूजा सच्चे मन से की जाए तो देवी सदैव अपने भक्तों की रक्षा करती हैं। वह साधक का घर धन-धान्य से परिपूर्ण कर देती हैं तथा उसे खुशहाल जीवन का वरदान देती हैं।

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