क्यों नहीं तोड़ना चाहिए महिलाओं को नारियल
नारियल एक ऐसा फल है जिसका हिंदू धर्म में काफी महत्त्व है। कोई भी पूजा पाठ हो या शुभकार्य हो उसमें नारियल का प्रयोग होता है। मुख्य तौर पर देवी की पूजा में नारियल का इस्तेमाल किया जाता है। यदि आपने कभी ध्यान दिया हो तो आपने देखा होगा कि जब नवरात्रि आती हैं, उसमें कलश स्थापना की जाती है उस कलश के ऊपर नारियल ही रखा जाता है। जिसे 8 या 9 दिन की पूजा के बाद फोड़ा जाता है और प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है।
हिंदू धर्म में नारियल को बहुत शुभ माना गया है इसलिए हर पूजा पाठ में इसका उपयोग किया जाता है। नई गाड़ी ली हो या कोई नया वाहन लिया हो या कोई नया कार्य आरंभ किया हो तो उसकी शुरुआत नारियल फोड़कर ही की जाती है। विशेष पूजा पाठ, यज्ञ, हवन और अनेक शुभ कार्यों में नारियल का प्रयोग किया जाता है और उसके बिना कई पूजा पाठ अधूरे भी माने जाते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है की नारियल को फोड़ने के लिए महिलाओं को क्यों मना किया जाता है? आज हम आपके लिए है इस सवाल का जवाब लेकर आए हैं कि आखिर क्यों महिलाओं को नारियल फोड़ने की मनाही है।
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नारियल का संबंध देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु से है इसलिए इसे श्रीफल भी कहा जाता है। कहते है कि जब भगवान विष्णु ने पृथ्वी पर अवतार लिया था तो वह स्वर्ग से देवी लक्ष्मी, नारियल का वृक्ष और कामधेनु यह तीनों चीजें अपने साथ लेकर आए थे। इसी कारण से नारियल का उपयोग पूजा पाठ में महत्वपूर्ण माना गया है। संस्कृत भाषा में नारियल को श्रीफल कहा जाता है। नारियल एक ऐसा फल है जिसमें ब्रह्मा, विष्णु, महेश तीनों ही देवों का वास है। यह त्रिदेव सृष्टि के रचयिता, पालक और संरक्षक हैं। हिंदू धर्म से जुड़े हर वैदिक, आध्यात्मिक कार्यों में नारियल या श्रीफल इसलिए भी अर्पित करने का महत्त्व है क्योंकि इसमें त्रिदेव का वास है।
यदि आपने कभी गौर किया हो तो आपने देखा होगा कि महिलाएं नारियल चढ़ाती हैं। परंतु वह उसे फोड़ नहीं सकती हैं। यदि कभी नारियल फोड़ना हो तो घर का कोई पुरुष या फिर कोई ब्राह्मण ही फोड़ता है। यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है। शास्त्रों में भी महिलाओं के द्वारा नारियल को फोड़ने को अशुभ माना गया है। ज्योतिषशास्त्र में भी महिलाओं को नारियल फोड़ने के लिए मना किया गया है। इसके पीछे एक काफी बड़ा कारण है।
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नारियल को एक बीज के रूप में देखा जाता है और साथ ही इसे उत्पादन और प्रजनन का कारक माना गया है। इसी प्रकार स्त्री भी एक बीज के रूप में ही एक शिशु को जन्म देती है। इसलिए नारियल या श्रीफल स्त्रियों को फोड़ने के लिए मना किया जाता है। कहते हैं यदि कोई स्त्री नारियल फोड़ती है तो उसे गर्भधारण करने में समस्या हो सकती है या फिर उसकी संतान को कोई कष्ट हो सकता है। यही कारण है जिसके चलते महिलाओं को नारियल नहीं फोड़ना चाहिए
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