myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   Janamashtami significance 56 bhog shri Krishna

जानिए आखिर क्या कारण होता है भगवान कृष्ण को जन्माष्टमी पर 56 भोग लगाने का?

my jyotish expert Updated 24 Aug 2021 06:04 PM IST
janmashtami par 56 bhog
janmashtami par 56 bhog - फोटो : google
विज्ञापन
विज्ञापन
ये तो सभी जानते हैं कि भगवान कृष्ण ने भाद्रपद के महीने में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को ही बृज में कन्हैया के रूप में जन्म लिया था और अपना अवतार लिया था। बृज में हर घर में खुशी का माहौल था क्योंकि श्री कृष्ण नंद के घर  में आए और हर मुंह से बस यही ध्वनि और शब्द निकल रहे थे कि देखो नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की। इस दिन को कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में पूरे देश में मनाया जाता है। जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण के जन्मदिन के लिए विभिन्न विभिन्न पकवान तैयार किए जाते हैं और कई सारे भक्तजन इस दिन उपवास भी रखते हैं। हर बड़े छोटे मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी की तैयारी पूरे हर्षोल्लास से शुरू हो जाती है। बिलकुल मध्य रात्रि को 12 बजे कृष्ण का जन्म होता है और उस दिन भगवान कृष्ण को दूध, दही, पानी, शहद इत्यादि से स्नान करवाया जाता है और फिर माखन मिश्री का भोग लगाया जाता है। इसके साथ साथ उन्हें 56 भोग भी लगाया जाता है। अब छप्पन भोग क्या होता है? 56 भोग में अलग अलग प्रकार के 56 तरह के मिष्ठान होते हैं जो भगवान कृष्ण को बहुत बहुत पसन्द होते हैं। लेकिन क्या आपको भगवान श्रीकृष्ण को जन्माष्टमी के दिन 56 भोग चढ़ाने का कारण मालूम है? तो आईए जानतें हैं कि क्यों भगवान कृष्ण को उनके जन्म पर छप्पन भोग लगाया जाता है : 

 जन्माष्टमी स्पेशल : वृन्दावन बिहारी जी की पीताम्बरी पोशाक सेवा

कृष्ण को 56 भोग लगाने का कारण 

ऐसा कहा जाता है जब भगवान श्री कृष्ण अपने बचपन में मां यशोदा के साथ रहा करते थे तब उनकी मां उन्हें दिन में 8 बार भोजन करवाया करती थीं और आठों बार अपने ही हाथों से उन्हें भोजन कराती थीं ताकि कृष्ण को पेट भरकर खाना खिलाया जा सके। एक दिन बृजवासी इंद्रदेव को प्रसन्न करने के लिए एक बड़ा आयोजन करा रहे थे। तो कृष्ण ने अपने पिता से पूछा कि ये आयोजन किस लिए हो रहा है तो उन्होंने बताया कि यह आयोजन स्वर्ग के भगवान इंद्रदेव को प्रसन्न करने के लिए किया जा रहा है। इससे अच्छी बारिश होगी और अच्छी फसल होगी। तब कृष्ण ने कहा जब बारिश करवाना इंद्रदेव का काम है तो ये पूजा कराने की जरूरत क्या है आखिर। अगर पूजा और आयोजन करना ही है तो गोवर्धन पर्वत की करो ताकि हमें अच्छा फल प्राप्त हो सके। तब सभी को कृष्ण की बात उचित और तार्किक लगी। सभी ने इंद्र की पूजा ना कर के गोवर्धन की पूजा की जिससे इंद्रदेव को लगा कि ये उनका घोर अपमान है और वे क्रोधित हो गए।

जब इंद्रदेव बहुत क्रोधित हो गए तो उन्होंने तेज वर्षा शुरू कर दी और वह वर्षा बढ़ते बढ़ते इतनी बढ़ गई कि हर जगह पानी पानी ही दिखने लगा और यह बाढ़ का रूप लेने लगा। अब जब पानी बढ़ने लगा तो कृष्ण ने सबको कहा कि अब सिर्फ गोवर्धन ही सबकी रक्षा कर सकते हैं और हमें उनकी शरण में जाना चाहिए। कृष्ण ने अपनी सबसे छोटी उंगली पर गोवर्धन पर्वत उठाया और पूरे बृज और वहां के वासियों की रक्षा की। अगले सात दिनों तक भगवान कृष्ण ने कुछ नहीं खाया पीया और बस पर्वत को उठाए खड़े रहे। फिर जाकर 8वें दिन बारिश बंद हुई और सब लोग गोवर्धन की शरण से बाहर आए। इसके बाद सब ने सोचा कि कृष्ण ने उनकी लगातार 7 दिनों तक भाषा से वर्षा से रक्षा की और कुछ खाया पिया भी नहीं। इसलिए माता यशोदा के साथ सभी ब्रिज वासियों ने कृष्ण के लिए हर दिन आठों पहर अगले 7 दिनों तक अलग-अलग भोजन बनाने शुरू किए और उन्हें खिलाए। इस प्रकार भगवान कृष्ण को छप्पन भोग का भोग लगाया जाता है और इनमें हर मिष्ठान भगवान कृष्ण की पसंद का होता है।
 
यदि आप भी बाँके बिहारी के मंदिर में इस जन्माष्टमी पर चढ़ना चाहते हैं श्री कृष्ण को 56 भोग और भोग और करना चाहते हैं अभिषेक और पाना है समस्त कष्टों से मुक्ति तो myjyotish.com आपके लिए ले कर आया है ऑनलाइन पूजा की खास वयस्था जिसमें न सिर्फ बाँकें बिहारी मंदिर में श्री कृष्ण 56 भोग बल्कि बाल गोपाल का सामूहिक अभिषेक भी कराया जाएगा। यह पूजा वृंदावन के प्रतिष्ठित पुजारियों द्वारा कराई जाएगी, पूजा के पहले फोन पर आपका संकल्प भी लिया जाएगा। पूजा के बाद आप को प्रसाद भी भेजा जाएगा। तो फिर देर किस बात की, आज ही विजिट करें myjyotish.com और घर बैठे पाएं वृंदावन बांके बिहारी जी के 56 भोग व अभिषेक का पुण्य और पाएँ परेशानियों से मुक्ति। इस पूजा के बारे में अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें https://bit.ly/3ia25G4
  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support
विज्ञापन
विज्ञापन


फ्री टूल्स

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms and Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree
X