शानि साढ़े साती के समय यह कष्ट हो सकता है
शानि साढ़े साती का उदय चरण होता हैं। तों इस दौरान आर्थिक हानि, शत्रुओं से नुकसान, विवाद और निर्धनता दर्शाता है। इस चरण में गुप्त शत्रुओं के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए शत्रुओं से विशेषतौर पर सावधान रहें। यात्रा में कष्ट मिलने की संभावना रहती है। कार्यक्षेत्र में किसी न किसी कारण विवादों का सामना करना पड़ता है। तनाव और दबाव की स्थिति पैदा होती है। खर्च अचानक से बढ़ जाते हैं। जिस कारण आर्थिक तंगी का सामना भी करना पड़ सकता है। बहुत लंबी दूरी की यात्राएं फलदायी नहीं रहती। इस दौरान धैर्य रखने की काफी जरूरत होती है
काशी दुर्ग विनायक मंदिर में पाँच ब्राह्मणों द्वारा विनायक चतुर्थी पर कराएँ 108 अथर्वशीर्ष पाठ और दूर्बा सहस्त्रार्चन, बरसेगी गणपति की कृपा ही कृपा -10 सितम्बर, 2021