मिथुन राशि पर शनि ढैय्या के शुभ और अशुभ प्रभाव
मिथुन राशि के अष्टम भाव में शनि देव विराजमान होंगे और मिथुन राशि के स्वामी बुध शनि के मित्र हैं इसका आपको कुछ लाभ तो होगा लेकिन कुछ नुकसान भी देखने को मिल सकता है।
1. कोई भी काम शुरू करने से पहले अच्छे से उसके बारे में विचार करें और उसके आने वाले परिणाम के बारे में ध्यान रखें।
2. फिजूल के खर्चों से बचें और आवश्यकता अनुसार ही कोई सामान ले अधिक खर्च और व्यस्त का समान लेने से आपको परेशानी हो सकती है।
3. अपनी वाणी पर ध्यान रखें और बोलने से पहले अच्छे से सोचे कि आप क्या बोल रहे हैं बिना सोचे समझे बोलने से आपको नुकसान हो सकता है।
4. सबको साथ लेकर चलें और सामान्य से बनाए रखें और कोई भी काम करने से पहले धैर्य रखें अधिक उतावलापन आप को खराब कर सकता है।
शुभ प्रभाव
1. आपके विदेश से जुड़े हुए अगर कोई कार्य चल रहे हैं तो वह कार्य पूर्ण हो जाएंगे ।
2. अगर जमीन से जुड़ा हुआ कोई विवाद है तो उसमें आपको सफलता मिलेगी।
3. स्वास्थ्य में अगर कोई उतार-चढ़ाव था तो वह कम हो जाएगा।
उपाय
• काली गाय की सेवा करें और एक रोटी पर घी लगाकर उसमें गुड रखकर काली गाय को अवश्य खिलाएं।
• शनिवार के दिन अपने हाथ के बराबर काला धागा लगभग 29 हाथ लंबा धागा ले और उसे मोड़ कर वह उसे अपने गले में धारण कर ले।
इस तरह उपाय करके आप शनि की ढैय्या के कुछ प्रभावों को कम कर सकते हैं।
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