myjyotish

6386786122

   whatsapp

6386786122

Whatsup
  • Login

  • Cart

  • wallet

    Wallet

विज्ञापन
विज्ञापन
Home ›   Blogs Hindi ›   shani transit aquarius moon mars effects zodiac signs

शनि के कुंभ गोचर से चंद्र व मंगल ग्रह की राशियों पर प्रारंभ हो जाएगी शनि की ढैय्या, जानें इसका प्रभाव

my jyotish expert Updated 21 Aug 2021 04:06 PM IST
shani transit
shani transit - फोटो : Google
विज्ञापन
विज्ञापन
Shani Grah: शनि को कर्मफलदाता के नाम से जाना जाता है। क्योंकि ये व्यक्ति के कर्मों के हिसाब से उन्हें फल प्रदान करते हैं। ज्योतिष शास्त्रों के हिसाब से समस्त ग्रह निश्चित समयानुसार अपनी चाल बदलते हैं। ऐसे में शनि प्रत्येक ढ़ाई साल में अपनी राशि बदलते हैं। ग्रहों के राशि परिवर्तन को मार्गाी, वक्री या गोचर के नाम से जाना जाता है। ज्योतिष के अनुसार शनि का राशि परिवर्तन बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इसका कारण यह है कि इसका गोचर सभी राशियों पर कुछ न कुछ प्रभाव डालता है। लेकिन मुख्यतः 5 राशियों के जातक पर इसका विशेष प्रभाव दिखता है। इस दौरान दो राशियों पर शनि की ढ़ैया शुरू होती है तो किसी तीन पर शनि की साढ़ेसाती का प्रकोप देखने को मिलता है। शनि मकर राशि से निकलकर कुंभ की राशि में प्रवेश करने वाली है। इस दौरान कुछ को करना पड़ेगा शनि की ढ़ैया का सामना तो कुछ पर होगा साढ़ेसाती का। आइए जानते हैं शनि के इस गोचर से किन पर राशियों पर शुरू हो जाएगाी इसकी साढ़ेसाती व ढ़ैया?

जन्माष्टमी पर कराएं वृन्दावन के बिहारी जी का सामूहिक महाभिषेक एवं 56 भोग, होंगी समस्त कामनाएं पूर्ण

इन राशियों पर शनि की ढ़ैया-

 29 अप्रैल 2022 से शनि करने जा रहे हैं कुंभ राशि में प्रवेश। जो कि 29 मार्च 2025 तक इसी राशि में रहेंगे। शनि जब कुंभ राशि में प्रवेश करेगी तो वृृश्चिक व कर्क राशि वालों पर शुरू हो जाएगी शनि ढ़ैया। तो वहीं दूसरी ओर तुला व मिथुन वाले जातकों को इससे मुक्ति मिल जाएगी। आपको बता     े दें कि ज्योतिष विज्ञान के अनुसार चंद्रमा कर्क राशि की स्वामी ग्रह मानी जाती है। और इसी प्रकार मंगल वृश्चिक राशि के स्वामी ग्रह माने जाते हैं। ज्योतिष गणनाओं के मुताबिक, आमतौर पर शनि की ढ़ैया बेहद कष्टकारी होती है। इस समयावधि में व्यक्ति को हर जगह रूकावटों का सामना करना पड़ता है। और विभिन्न प्रकार की बिमारियों या मानसिक तनाव से जूझने लगता है। या फिर आर्थिक स्थिति दयनीय हो जाती है। ऐसे में हर तरह से लोग क्षति का अनुभव करने लगते हैं। 

जानें कब लगती है ढ़ैया-

शनि जब गोचर के दौरान किसी जातक के जन्म राशि से चतुर्थ या अष्टम भाव में मौजूद होता है तो इसे शनि की ढ़ैया कहा जाता है। ढ़ैया का शाब्दिक अर्थ हीं होता है ढ़ई साल। अगर जन्म कुंडली में शनि मजबूत स्थिति में विराजमान नहीं है तो साढ़ेसाती के जैसे ढ़ैया भी उतनी हीं कष्टदायी साबित होती है। और जिस भी व्यक्ति पर शनि की ढ़ैया लगती है तो वह पूरे ढाई वर्षों तक चलती है। ऐसे में जातक को ढ़ाई साल तक विपत्तियों का सामना करना पड़ जाता है।

शनि ढ़ैया के लक्षणः
  • नींद का गायब हो जाना।
  • नौकरी वाले व्यक्ति की पदोन्नति में लगातार बाधा या रूकावट होना।
  • अचानक से कोर्ट-कचहरी के चक्करें काटना।
  • किसी न किसी से बार-बार विवाद की स्थिति पैदा होना।
  • कर्ज से मुक्ति के बजाय लगातार ऋण धारक बनना।
  • बूरी चीजों जैसे- जुए आदि का लत लगना।
  • बार-बार लोहे से टकराना या चोट लगना।
  •  बार-बार अपमानित होना।

शनि के ढ़ैया से बचने के उपायः
  • शिव जी के मंत्रों का जाप करें। ओम नमः शिवाय या शिवजी के महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
  • पीपल के वृक्ष के नीचे शनिवार के दिन  बैठकर 108 बार शनि के मंत्र का जाप करें।
  • प्रत्येक शनिवार हनुमान चालीसा का पाठ करें।
  • हर शनिवार शनिदेव की विधिवत पूजा करें। और इन की प्रतिमा पर सरसों का तेल अर्पित करें। इसके अलावा इनकी मूर्ति पर अपराजिता की फूल भी चढ़ाएं।
  • शनि महाराज को काले रंग की वस्तुएं अत्यंत प्रिय होते हैं। इसलिए शनिवार के दिन काली वस्तुओं का दान करना चाहिए।
  • जरूरतमंदों को काले जूते, काले वस्त्र, काले तिल, उड़द दाल, आदि का दान करना शुभ माना जाता है।
  • शनिवर के दिन सरसो का तेल कटोरी में लें। और उसमें अपने चेहरे को देखकर उस तेल को फिर मदद हीन को छाया दान करें।
  • तांबे के लोटे में जल लें और उसमें थोड़ा कला तिल मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ा दें।

किस राशि की आय में होने वाली है वृद्धि, पढ़िए यहाँ
 जन्माष्टमी स्पेशल : वृन्दावन बिहारी जी का माखन मिश्री भोग
 जन्माष्टमी स्पेशल : वृन्दावन बिहारी जी की पीताम्बरी पोशाक सेवा
  • 100% Authentic
  • Payment Protection
  • Privacy Protection
  • Help & Support
विज्ञापन
विज्ञापन


फ्री टूल्स

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms and Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree
X