एक दिन एकाशना करने के बाद रक्षाबंधन वाले दिन आप शास्त्रीय विधि - विधान से बांधे । उस दिन आप पितरों का तर्पण और ऋषि तर्पण भी कर सकते हैं । ऐसा कार्य करने से आपको पितरों का आशीर्वाद व सहयोग प्राप्त होता है । जिससे आपके जीवन के हर संकट समाप्त हो जाते हैं ।
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