आप सभी लोग इस बात से तो जरूर रूबरू होंगे कि हर साल ही जातक की कुंडली में मौजूद सभी ग्रह अपनी चाल में कुछ बदलावों को ज्योतिष ज्ञान में पेश किया करते हैं । जिस कारण ही जातक के व्यक्तित्व जीवन में हो रही आसपास की हल - चल में भी प्रभाव देखने को मिलता है । हमारे आकाश मंडल में मौजूद सभी नौ ग्रहों के अपने अलग - अलग स्वभाव व अलग - अलग कारक तत्व होते हैं । जैसे कि : - ज्योतिष विज्ञान के अनुसार शनि ग्रह को संतुलन , सीमा व न्याय का कारक कहा जाता है वहीं दूसरी ओर गुरु ग्रह को वैवाहिक जीवन और भाग्य का कारक ग्रह माना जाता हैं । मूल रूप से यह दोनों ही ग्रह किसी भी जातक की कुंडली में एक विशेष महत्व को प्रदान करते आए हैं । इन दोनों ही ग्रहों की उपस्थिति से जातकों को धन - दौलत में वृद्धि होती है व इनके सभी कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण हो जाते हैं । इस माह में मूल रूप से मकर राशि वाले जातकों के जीवन में बड़ी हलचल होने जा रही है । ज्योतिषाचार्यों के द्वारा यह बताया गया है कि मकर राशि वाले जातकों की कुंडली में शनि ग्रह 20 जनवरी 2020 से अपना गोचर करने जा रहे हैं और वहीं 14 सितंबर से देव गुरु यानी कि बृहस्पति गृह भी मकर राशि में अपना गोचर लगाने आ जाएंगे । ज्योतिषाचार्य ये बता रहे हैं कि गुरु ग्रह मकर राशि में अपना विराजमान 21 नवंबर तक बनाए रखेंगे वहीं दूसरी ओर शनि ग्रह है इस राशि में 29 अप्रैल 2022 तक अपनी उपस्थिति को बनाए रखेंगे । गुरु ग्रह और शनि ग्रह की युति से ही नीच भंग राज योग का कुछ राशियों में निर्माण हो रहा है । आइए अब जानते हैं कि गुरु ग्रह के इस परिवर्तन से और इससे बनने वाले सभी योग से मूल रूप से किन - किन राशि वाले जातकों को लाभ होने वाला है : -
गणपति स्थापना और विसर्जन पूजा : 10 से 19 सितंबर