इस साल 19 नवंबर को चंद्र ग्रहण होने जा रहा है। यह साल का अंतिम
चंद्र ग्रहण होगा। ये ग्रहण 19 नवंबर को सुबह 11:34 बजे से शाम 05:33 मिनट तक रहेगा। आपको बता दें कि ये आंशिक चंद्र ग्रहण होगा, जो भारत के असम और अरुणाचल प्रदेश में ही कुछ समय के लिए दिखाई देगा। इसके अलावा अमेरिका, उत्तरी यूरोप, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर क्षेत्र में इस चंद्र ग्रहण को देखा जा सकेगा।
भारत में चंद्र ग्रहण का समय
भारतीय समयानुसार 19 नवंबर 2021 दिन शुक्रवार को सुबह 11:34 मिनट से चंद्र ग्रहण शुरू हो जाएगा, जो शाम के 05:33 मिनट पर खत्म होगा। हालांंकि भारत में ग्रहण का सूतक मान्य नहीं होगा, लेकिन धार्मिक मान्यता के अनुसार, ग्रहण के दौरान कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। सूतक काल में खाने-पकाने और पूजा-पाठ से परहेज करना चाहिए। इस दौरान भगवान का ध्यान करना चाहिए। ग्रहण के बाद स्नान के लेना चाहिए। ग्रहण की अवधि में गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। चंद्र ग्रहण के दौरान भगवान शिव की आराधना करने से लाभ मिलता है। इस बार ये साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है तो इस दौरान सूतक काल भी लगने वाला हैं इसलिए इसे शास्त्र के मुताबिक उपछाया ग्रहण भी कहा जा रहा है, जो भारत में नहीं दिखाई देगा। यही कारण है कि इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। लेकिन इस काल के अगर समय की बात करें तो यह चंद्र ग्रहण के शुरू होने से 9 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाएगा। इस दौरान किसी भी प्रकार के शुभ कार्यों को नहीं किया जाता है। चंद्र ग्रहण का इन राशियों पर पड़ेगा असर-
ज्योतिषशास्त्र की दृष्टि से इस वर्ष लगने वाले दूसरे और अंतिम चंद्र ग्रहण का सीधा असर दो राशियों पर पड़ने वाला है। ऐसे में इन दो राशियों की कुंडली पर ग्रहण की छाया प्रभाव डालेगी। तो चलिए जानते हैं कि वो कौन सी दो राशियां है, जिन पर इसका असर पड़ेगा।
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