इन्हें ना करें अपमानित
नारी शक्ति का रूप मानी गयी है। हर धर्म में नारी का अपमान सबसे बड़ा पाप माना गया है। इतिहास गवाह है जब-जब नारी का अपमान हुआ है उसे अपमानित करने वाले को नियति ने खून के आंसू रुलाया है। सनातन धर्म में नारी को देवी का रूप मानी जाती है। बेटियों को घर की लक्ष्मी तो बहुओं को अनुपूर्णा कहा जाता है। यूँ तो किसी भी दिन नारी का अपमान करना अनुचित है। किंतु शुक्रवार के दिन भूल से भी नारी को अपमानित नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से माँ लक्ष्मी रुष्ट हो कर अपमान करने वाले का गृह त्याग देती हैं। माँ लक्ष्मी के रुष्ट हो कर गृह त्यागने से घर में दरिद्रता का वास हो जाता है।
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