रत्न केवल एक आभूषण ही नहीं है ∣ बल्कि एक ऐसा कवच भी है जिसका उपयोग अगर हम ज्योतिष के अनुसार करे तो हमें लाभ तो होता है ∣ साथ ही साथ हमारे जीवन में आने वाले सभी कष्ट दूर होते हैं ∣ उनमें से एक रत्न है नीलम जो की शनि ग्रह माना गया है ∣जिसे धारण करने से जातकों पर इसका शुभ प्रभाव पड़ता है ∣ तो व्यक्ति फर्श से अर्श तक पहुंच जाता है ∣ साथ ही उनकी सारी परेशानी धीरे -धीरे खत्म हो जाती है ∣ और वो सफलता के शिखर तक पहुंच जाता है ∣ जिन लोगों की कुंडली में शनि अशुभ माना जाता है उन लोगों को नीलम रत्न पहनने की सलाह दी जाती है ∣ इसके अलावा जिसकी कुंडली में शनि शुभ होता है ∣ वो नीलम रत्न धारण करे तो उन्हें दो गुना लाभ होता है ∣
ज्योतिष कहता है कि व्यक्ति पर कभी न कभी किसी न किसी रूप में ग्रह के दुष्प्रभाव के कारण क ई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है ∣ ज्योतिष के अनुसार सभी ग्रह में श़नि सबसे प्रभावशील होता है ∣ कुंडली में शनि के अशुभ भाव में बैठने पर जातकों कष्ट मिलने लगते हैं। लोगों के मन में शनि ग्रह से जुड़े साढ़ेसाती, ढैय्या और महादशा के चलने पर भारी परेशानियां आने का ख्याल होने लगता है। शनि ग्रह के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए कई तरह के उपाय किए जाते हैं। इन उपायों में से एक उपाय शनि ग्रह का रत्न नीलम को धारण करना बताया गया है। माना जाता है अगर शनि कुंडली में अशुभ हो तो कई तरह की परेशानियां आने लगती हैं और बनते हुए काम भी बिगड़ने लगते हैं। ऐसे में जिन जातकों पर शनि भारी होते हैं उन्हें नीलम रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है।
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