तीसरा योग:-
फलित ज्योतिष में ये कहा गया है कि जिस स्त्री की जन्म कुंडली में लग्न में मंगल या शनि की राशि में शुक्र हो तथा सप्तम स्थान पर पाप प्रभाव हो तो ऐसे योग में जन्मी स्त्री अपने पति को छोड़कर किसी अन्य पुरुष के साथ विवाह कर लेती है।
चौथा योग:-
कहा जाता है कि यदि चंद्रमा एवं शुक्र पाप ग्रहों के साथ सप्तम स्थान में हों तो पति-पत्नी गुप्त रूप से वैवाहिक संबंध तोड़ लेते हैं।
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