नवरात्रि 2021: अनुष्ठान
– स्नान के बाद साफ कपड़े पहनकर पूजा-विधि की जा सकती है.
– एक कलश में पवित्र जल भरकर उसे बालू के गड्ढे में रख दिया जाता है.
– इस रेत के गड्ढे में जौ के बीज बोए जाते हैं.
– कलश को ढककर उसके ऊपर सूखा नारियल रखा जाता है.
– मंत्रों के जाप से देवी दुर्गा को बर्तन में निवास करने के लिए आमंत्रित किया जाता है.
– पूजा स्थल के पास बर्तन रखा जाता है.
– प्रतिदिन, त्योहार समाप्त होने तक, दिन में दो बार पूजा की जाती है.
– रेत के गड्ढे में पीली-हरी घास उगती है जिसे जवारा कहते हैं.
– दुर्गा सप्तशती पाठ का पाठ किया जाता है.
– नवरात्रि में रोजाना आरती की जाती है और भोग लगाया जाता है.
इस नवरात्रि, सर्व सुख समृद्धि के लिए कामाख्या देवी शक्ति पीठ में करवाएं दुर्गा सप्तशती का विशेष पाठ : 7 - 13 अक्टूबर 2021 - Durga Saptashati Path Online