नवरात्रि 2021: महत्व
नवरात्रि के दौरान अन्य अनुष्ठानों में, घटस्थापना सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठानों में से एक है. घटस्थापना नवरात्रि के पहले दिन की जाती है. घटस्थापना देवी शक्ति का आह्वान है. ये घटस्थापना के लिए नियम, दिशानिर्देश और समय प्रदान करने वाले शास्त्रों के अनुसार किया जाना चाहिए.
घटस्थापना के लिए सबसे शुभ समय दिन का पहला एक तिहाई है जबकि प्रतिपदा, नवरात्रि का पहला दिन प्रचलित है. अगर किसी कारणवश घटस्थापना न हो सके तो अभिजीत मुहूर्त में इसके लिए सलाह दी जाती है. चित्रा नक्षत्र के दौरान घटस्थापना और वैधृति योग से बचना चाहिए. घटस्थापना हिंदू दोपहर से पहले की जानी चाहिए, जबकि प्रतिपदा प्रचलित है.
शारदीय नवरात्रि में सूर्योदय के समय द्वि-स्वभाव लग्न कन्या प्रबल होती है, घटस्थापना मुहूर्त उपयुक्त होता है. अमावस्या के दौरान घटस्थापना वर्जित है. दोपहर, रात का समय और सूर्योदय के बाद सोलह घाटियों के बाद का समय घटस्थापना के लिए निषिद्ध कारक हैं.
नवरात्रि पर कन्या पूजन से होंगी मां प्रसन्न, करेंगी सभी मनोकामनाएं पूरी : 13 अक्टूबर 2021- Navratri Kanya Pujan 2021