- शहरी लोग जो हरियाली और पेड़ पौधों से दूर होते हैं जो हरियाली के पास रहने के लिए अपने गलियां अपने गलियारे को पौधों से सजा देते हैं ऐसे में आप बप्पा का स्वागत भी पौधों से कर सकते हैं बप्पा के स्थापित करने वाली जगह को सजाने के लिए आप पौधों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं इको फ्रेंडली यह तरीका भी बहुत लोकप्रिय है हर तरफ अच्छे अच्छे प्यारे प्यारे पौधे लगाकर आप बप्पा को प्रसन्न कर सकते हैं पौधों से की गई सजावट बहुत ही सुंदर दिखती है साथ ही पर्यावरण पर इसका बहुत ही सकारात्मक असर पड़ता है इसीलिए बप्पा के लिए की गई सजावट में आप पौधों का इस्तेमाल अवश्य करें।
गणपति स्थापना और विसर्जन पूजा : 10 से 19 सितंबर