हिंदू वैदिक शास्त्रों में ग्रह और नक्षत्रों का उल्लेख उसके समय के साथ किया गया हैं। जों समय के साथ बदलते रहता हैं।शनि देव को नवग्रहों में विशेष दर्जा प्राप्त है. जन्म कुंडली में शनि की शुभ स्थिति जहां लाभ प्रदान करती है, वहीं अशुभ स्थिति जीवन में दिक्कत, परेशानी और आर्थिक संकटों का कारण भी बनती है. लेकिन शनि 11 अक्टूबर को मार्गी होंगे यानी अपनी सीधी चाल शुरू करेंगे इससे शनि साढ़े साती और शनि ढैय्या से पीड़ित राशियों के कष्ट कुछ कम होंगे । इस दौरान कई ग्रहों का राशि परिवर्तन भी होगा। जिसका प्रभाव सभी 12 राशियो पर पड़ेगा। इसका प्रभाव 2 अक्टूबर को वृश्चिक राशि में शुक्र का गोचर, कन्या राशि में बुध, 22 अक्टूबर को तुला राशि में मंगल और 17 अक्टूबर को तुला राशि में सूर्य गोचर करेंगे। ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति शनि दशा से पीड़ित राशियों के लिए लाभकारी साबित हो सकती है। इसके अलावा कई बड़े ग्रह भी इस महीने अपनी राशि बदलेंगे। जिससे राहत आपको शनि के मार्गी होने से मिल जाएगी शनिदेव शुभ फल भी देते हैं। शनि के शुभ होने पर व्यक्ति का भाग्योदय हो जाता है। शनि के शुभ फल से व्यक्ति को सभी तरह के सुखों का अनुभव होता है। इस समय शनि वक्री अवस्था में चल रहे हैं। शनि 11 अक्टूबर तक वक्री अवस्था में ही रहेंगे। शनि वक्री अवस्था में रहकर कुछ राशि यों के बिगड़े काम बनाएंगे। शनि के मार्गी होने का प्रभाव वैसे तो सभी राशियों पर पड़ेगा. लेकिन मेष, कर्क, कन्या,वृष , तुला, मकर और कुंभ राशि वालों को विशेष फल प्राप्त होंगे. इसके अलावा मीन राशि वालों को भी धन से जुड़ी समस्याओं से राहत मिलेगी. शनि की कृपा पाने के इन राशियों को मंत्र का जाप करना चाहिए आएं जानते हैं किन राशि पर कितना प्रभाव डालेगा इस शानि गोचर के समय
इन राशियों को चमक सकती है किस्मत
शनि के मार्गी होने का प्रभाव वैसे तो सभी राशियों पर पड़ेगा. लेकिन मेष, कर्क, कन्या,वृष , तुला, मकर और कुंभ राशि वालों को विशेष फल प्राप्त होंगे. इसके अलावा मीन राशि वालों को भी धन से जुड़ी समस्याओं से राहत मिलेगी. शनि की कृपा पाने के इन राशियों को इस मंत्र का जाप करना चाहिए-
किस राशि की आय में होने वाली है वृद्धि, पढ़िए यहाँ