भारत में सूतककाल नहीं होगा मान्य
भारत में चंद्रग्रहण दिखाई नहीं देगा, इसीलिए इसका सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा। जब भी ग्रहण लगता है,उस समय सूतक काल का विशेष महत्व होता है। सूतककाल में कई बातों का ध्यान रखा जाता है। सूतक काल में पूजा-पाठ और भोजन करना वर्जित माना जाता है।
सूतक काल में भगवान का स्मरण और मंत्रों का लगातार जाप करना चाहिए। चन्द्र ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान अवश्य करना चाहिए।जो गर्भवती महिलाओं हैं उनको ग्रहण के समय विशेष सावधानी बरतनी होती है।इस दौरान भगवान शिव की आराधना करना शुभ माना जाता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब चन्द्र ग्रहण पूर्ण होता है तो उसका प्रभाव और अधिक होता है। पूर्ण चंद्र ग्रहण के समय ही सूतक के नियमों का पालन किया जाता है। अगर उपछाया ग्रहण है तो इसमें सूतक के नियमों का कुछ खास पालन नहीं किया जाता है।
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