10 से 15 वर्ष तक के बच्चे के साथ व्यवहार - सारे चाणक्य के अनुसार इस उम्र में बच्चे के साथ थोड़ी सख्ती बरती जानी चाहिए | क्योंकि उम्र बच्चा सभी चीजों को समझने लगता है और किसी भी चीज के लिए हठ करने लगता है | इसीलिए जरूरी है कि यदि बच्चा गलत वस्तु के लिए जिद करे तो उसको डांटना चाहिए परंतु बच्चे को डाटते समय शब्दों की मर्यादा माता-पिता को नहीं भूलनी चाहिए |
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