1. अगर हम बात करें पहली राशि यानी मेष राशि के बारे में तो इस अवधि के दौरान बुध देव अपनी तीसरी और छठे भाव का स्वामी होकर दसवें भाव में आगमन करेंगे, और दशम भाव को कुंडली का कर्म भाव भी कहा जाता है, इस अवधि के दौरान इस राशि के जातको के द्वारा किए गए मेहनत का पूरा फल मिलेगा, इसके साथ ही जो लोग प्रशासनिक पद पर कार्यरत हैं उनके मान-सम्मान में वृद्धि होगी, और जो लोग व्यपार के क्षेत्र से जुड़े हैं, उन जातको के लिए यह समय काफी शुभ रहने वाला है, नई नौकरी की तलाश करें जातको के लिए यह समय उन्हें नौकरी दे सकता है, साथ ही जो लोग नौकरी करें उनके कार्यक्षेत्र में प्रमोशन भी हो सकते हैं, ऐसे में जब कोई दशम और ग्यारहवें या नवम भाव में आगमन करता है, तो ऐसे में सीधा संबंध नई नौकरी और प्रमोशन के साथ होता है, और उन्हें नौकरी के क्षेत्र में आय वृद्धि भी होती है |
शनि त्रयोदशी पर शनि शिंगणापुर मंदिर में कराएं तेल अभिषेक : 15 जनवरी 2022 - Shani Trayodashi Puja Online