Ashadha Guru Purnima 2021 - आषाढ़ पूर्णिमा, गुरु पूर्णिमा के नाम से विख्यात है।ऐसा माना है कि महर्षि वेद व्यास का जन्म इसी दिन हुआ था। महर्षि वेद व्यास के सम्मान में इस आषाढ़ पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा या व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है। अगर शास्त्रों के हिसाब से देखा जाए तो हर माह की पूर्णिमा को बहुत पुण्यदायी माना गया है ,लेकिन आषाढ़ माह की इस गुरु पूर्णिमा का अपने आप मे ही एक विशेष महत्व है।इसे गुरु पूर्णिमा भी बुलाते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दिन महर्षि द्वैपायन व्यास जी का जन्म हुआ था।वो वेद व्यास के नाम से तीनों लोकों में प्रचलित हैं।चूंकि मानव जाति को प्रथम बार वेदों का ज्ञान उन्होंने ही दिया था इसलिए उन्हें प्रथम गुरु भी कहा जाता है।
इसी कारण उनके जन्म की तिथि यानी आषाढ़ मास की इस पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा या व्यास पूर्णिमा कहा जाता है।गु का अर्थ शास्त्रों में बताया गया है कि- मूल अज्ञान या अंधकार और रु का का अर्थ बताया गया है- उसी का निरोधक। गुरु को गुरु इस लिए भी कहा जाता है क्योंकि वो भले अंधकार में रहे लेकिन अपने शिष्यों को उजाला ही देता है,गुरु एक मोमबत्ती की तरह होता है जो प्रकाश देकर खुद जलता है और गलता है एक मोमबत्ती की तरह। इसी लिए गुरु को सर्वश्रेष्ठ माना गया है।इस वर्ष गुरु पूर्णिमा 24 जुलाई को मनाया जाएगा। तो आइए जानते है गुरु पूर्णिमा से जुड़ी कुछ खास बातें।
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