नवरात्रि में यह फुल चढ़ना ना भूलें
• मान्यता है कि मां गौरी और
शैलपुत्री को सफेद एवं लाल रंग के पुष्प अतिप्रिय हैं. ऐसे में नवरात्रि में पूजा करते समय मां गौरी और शैलपुत्री को हमेशा सफेद अथवा लाल रंग के पुष्प ही चढ़ाएं. सुहागन स्त्रियों एवं कुंवारी कन्याओं को माता की पूजा हमेशा लाल रंग के पुष्प से ही करनी चाहिए
• शक्ति की साधना करते समय जब आप मां दुर्गा की विधि-विधान से पूजा करें तो उन्हें शीघ्र ही प्रसन्न करने के लिए लाल रंग के पुष्प ही चढ़ाएं. मान्यता है कि मां दुर्गा को लाल रंग का पुष्प अत्यंत प्रिय है. ऐसे में आप दुर्गा देवी की पूजा में उन्हें शीघ्र ही प्रसन्न करने के लिए लाल गुलाब या लाल गुड़हल का पुष्प या फिर इसकी माला अवश्य चढ़ाएं. माता की पूजा का यह उपाय करने से आपकी सभी आर्थिक दिक्कतें दूर होंगी.
• नवरात्रि में मां काली एवं कालरात्रि की पूजा में उनका प्रिय फूल गुड़हल जरूर चढ़ाएं. मां काली का आशीर्वाद पाने के लिए नवरात्रि में पूजा करते समय 108 लाल गुड़हल का पुष्प अर्पित करें. पुष्प से जुड़ा पूजा का यह उपाय करने से माता शीघ्र ही प्रसन्न होती हैं और अपने भक्त की मनोकामना को शीघ्र ही पूरा करती हैं.
• नवरात्रि के दौर अगर मां सरस्वती को पीले सफेद ऱंग की फुल चढ़ना चाहिए मान्यता है कि माता सरस्वती को पूजा में पीले या सफेद रंग के पुष्प अत्यंत पसंद हैं. ऐसे में शांत और सौम्य सी दिखने वाली देवी सरस्वती से ज्ञान का आशीर्वाद पाने के लिए उनकी पूजा में सफेद अथवा पीले रंग का ही फूल चढ़ाएं. इसके लिए आप चाहें तो सफेद गुलाब, सफेद कनेर, चम्पा एवं गेंदे का पुष्प माता को अर्पित कर सकते हैं. मां सरस्वती की पूजा से जुड़ा यह उपाय करने से ज्ञान एवं बौद्धिक क्षमता बढ़ती है. मान्यता है कि मां ब्रह्मचारिणी को भी यह फूल पसंद है.
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