गणेश विसर्जन:
भगवान गणेश की विदाई के दिन को 'अनंत चतुर्दशी' के रूप में जाना जाता है। त्योहार का समापन एक विशाल जुलूस के साथ होता है, जिसके बाद ढोल की थाप, भक्ति गीत, नृत्य, और स्थानीय जल निकायों जैसे नदियों, समुद्रों या झीलों में मूर्तियों को विसर्जित करके खुशी मनाई जाती है। यह उत्सव कई दिनों तक चलता है और इसे गणेश महोत्सव कहते हैं
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश का महान पर्व गणेश चतुर्थी मनाया जाता है। सभी देवताओं में प्रथम आराध्य भगवान गणेश की आराधना और प्रसन्न करने का यह पर्व इस वर्ष 10 सितंबर को मनाया जा रहा है।
भादप्रदा मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश का महान पर्व गणेश चतुर्थी मनाया जाता है। सभी देवताओं के प्रथम आराध्य भगवान गणेश की आराधना और प्रसन्नता का यह पर्व इस वर्ष शुक्रवार, 10 सितंबर 2021 को मनाया जा रहा है। इस दिन गणपति बप्पा विराजमान होंगे और 19 सितंबर को अनंत चतुर्दशी को उन्हें विदाई दी जाएगी। 10 दिवसीय गणेशोत्सव को लेकर कई बातों का ध्यान रखना जरूरी है। आइए आपको बताते हैं कि गणेश चतुर्थी पर क्या करना अशुभ माना जाता है।
हम लाल और पीले वस्त्र हैं, इससे ऋद्धि सिद्धि और सुख की प्राप्ति होती है। गणेश जी की पूजा करते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। भगवान गणेश की पूजा करते समय नीले या काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए। गणेश चतुर्थी पर चंद्रमा नहीं दिखना चाहिए। अगर गलती से भी आपको चांद दिख जाए तो भी जमीन से एक पत्थर उठाकर पीछे की ओर फेंक दें।
ललिता सप्तमी को ललिता सहस्त्रनाम स्तोत्र के पाठ से लक्ष्मी माँ की बरसेगी अपार कृपा, - 13 सितम्बर, 2021