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तो आइए अब जानते हैं कि मकर संक्रांति क्यों मनाते हैं।
इस दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं, धनु से मकर में प्रवेश करने के दिन को ही मकर संक्रांति के रूप में मनाया जाता है। इस दिन दान, स्नान, श्राद्ध तर्पण का विशेष महत्व होता हैं। संक्रांति के दिन सूर्य के उत्तरायण साथ ही खरमास समाप्त हो जाता है। सभी शुभ कार्यों का शुभारंभ हो जाता है। मकर संक्रांति पर सूर्य के उत्तरायण होने से गरम मौसम की शुरुआत हो जाती है। माना जाता है कि इस दिन सभी देवी-देवता अपना रूप बदलकर गंगा यमुना आदि नदियों में स्नान करने आते हैं। यही कारण है कि इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व माना गया है।
हर बार सूर्य धनु राशि से मकर राशि में 14 जनवरी को प्रवेश करते हैं, लेकिन इस बार 2020 की मकर संक्रांति की तिथि बदल गई है। जानिए 2020 की मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त...
मकर संक्रांति के दिन करें ये कार्य-
- संक्रांति के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व माना गया है । इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान अवश्य करें अगर किसी कारण से ये संभव नहीं हो तो नहाने के पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान कर सकते हैं।
- इस दिन भगवान सूर्य उत्तरायण होते हैं। इसलिए इस दिन, सूर्य देव को जल अवश्य अर्पित करें।
- इस दिन सूर्य देव अपने पुत्र शनि की राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं। इसलिए संक्रांति के दिन पिता का आशीर्वाद जरूर लें।
- संक्रांति के दिन खिचड़ी दान करने और सेवन करने का बहुत महत्व माना गया है। पूरे परिवार के संग हो सके तो सामर्थ्य के अनुसार खिचड़ी का दान करें। साथ ही खिचड़ी और तिल की बनी चीजों का सेवन करें।
- मकर संक्रांति के दिन गाय की सेवा भी करनी चाहिए। इस दिन किए गए कार्य का सौ गुना फल प्राप्त होता है।
- इस दिन चौदह चीजों का दान करने का विशेष महत्व है, हो सके तो किसी मंदिर या किसी गरीब को दान जरूर करें।
- संक्रांति के दिन फसल, पेड़-पौधो को भूल कर भी न तो उखाड़ना चाहिए न ही काटना चाहिए, इससे सूर्य देव नाराज होते हैं।
- संक्रांति के दिन तुलसी को तोड़ना वर्जित माना गया है तो इस दिन भूलकर भी तुलसी न तोड़े।
- घर हो या बाहर इस दिन भूलकर भी बड़ो का अनादर न करें। विशेष तौर पर अपने पिता का अपमान तो बिल्कुल भी न करें नहीं तो सूर्य देव के साथ शनि देव की कुदृष्टि का सामना भी करना पड़ेगा।
- वैसे भी हमें कठोर वाणी का प्रयोग नहीं करना चाहिए लेकिन मकर संक्रांति के दिन इस बात का विशेष ध्यान रखे। नहीं तो इसका दुष्प्रभाव आपको जीवन भर झेलना पड़ सकता है।
- संक्रांति के दिन शराब प्याज और लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए।
- इस दिन झाड़ू खरीदी जाती है जिससे घर में लक्ष्मी का वास होता है इस कारण झाड़ू का दान बिल्कुल भी न करें। नहीं तो आपको दरिद्रता का सामना करना पड़ सकता है।