गणपति बप्पा की किस मूर्ति से पूरी होगी कामना और दूर होंगे सारे दु:ख
गणपति हमारे पूर्ण परमब्रह्म है। ये हर जगह मौजूद रहते है।पूजनीय माने जाने वाले गणपति को गुणों का खान कहा जाता है।किसी भी सफल कार्य के लिए किसी भी देव की पूजा से पूर्व गणपति की पूजा करना पौराणिक विधान है। गणपति को मंगलमूर्ति कहा जाता है क्योंकि इनके अंग–अंग में आशीर्वाद और वरदान निर्लिप्त है। इस साल गणेश चतुर्थी अब कुछ ही दिनों में शुरू हो जाएगा। भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुथी तिथि का इंतजार गणपति भक्त बहुत बेसबरी से करते है। क्योंकि इसी दिन से 10 दिनों तक चलने वाला गणेश उत्सव प्रारंभ होता है। इस दिन हर व्यक्ति अपने क्षमता के अनुसार सोने, चांदी, मिट्टी आदि से बनी गणपति की मूर्ति को लाकर अपने घर में विधि-विधान से स्थापित करके उसकी पूजा करता है। सभी संकटों को दूर करने वाले मंगलमूर्ति भगवान श्री गणेश की विभिन्न धातुओं से बनी हर मूर्ति का अपना एक अलग ही धार्मिक महत्व है। आइए जानते है की गणपति की किस धातु की मूर्ति क्या फल देती है ;
सोने के गणपति
सोने के गणपति की पूजा करने से हमारे जीवन में आए शत्रुयों का नाश हो जाता है। और हम अपने शत्रुयों पर विजय भी पा लेते है। सोने का गणपति लाने से जीवन में सुख और सौभाग्य दोनों बना रहता है। यदि आप किसी कारण गणपति की स्वर्ण का प्रतिमा नहीं ले पा रहे है,तो उसकी जगह पर हल्दी से बने गणपति की पूजा करके ये सभी लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
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चांदी के गणपति
चांदी की गणपति लाने से व्यक्ति की जीवन में कभी भी आर्थिक परेशानियां नहीं आती है। उन्हें कभी भी धन धान की कमी नहीं होती है।चांदी के गणपति की पूजा करने पर परिवार के सदस्यों में आपसी विश्वास और प्रेम
बढ़ता है।
स्फटिक के गणपति
स्फटिक से बनी गणपति की प्रतिमा सबसे ज्यादा शुभ और शीघ्र ही मनचाहा फल देती है। मान्यता है कि स्फटिक से बने गणेश जी की पूजा करने पर गणपति शीघ्र ही प्रसन्न होते हैं और अपने भक्त की सभी भौतिक एवं आध्यात्मिक मनोकामना को पूरा करते हैं।
पारे के गणपति
परेशानियां कितनी भी बड़ी क्यों न हो अगर गणेश चतुर्थी के दिन आप घर हो घर के बाहर कही भी पारे की गणेश प्रतिमा लाने से पलक झपकते ही मुश्किलें दूर हो जाती है। और उसे सभी प्रकार का सुख-सौभाग्य प्राप्त होता है।
मूंगे के गणपति
सनातन परंपरा में सिंदूरी मूंगे से बने गणपति की पूजा करना अत्यंत ही शुभ माना गया है।मान्यता है की मूंंगे की बनी गणपति की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में सभी प्रकार के रोग , शोक और भय दूर हो जाते हैं और गणपति की कृपा से वह अपना जीवन सुखी से बिताते है।
श्वेतार्क गणपति
श्वेतार्क गणपति की प्रतिमा आक के पौधे की जड़ से बनी होती है। अगर आप पर या आपके परिवार के किसी भी सदस्य पर नजर दोष है तो श्वेतार्क गणपति की पूजा करने से सारे दोष दूर हो जाते है।
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नीम के गणपति
मान्यता है कि नीम की लकड़ी से बने गणपति की पूजा करने पर साधक के जीवन से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है और उनसे भविष्य में किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं रहता है।
चंदन के गणपति
हिंदू धर्म में चंदन की लकड़ी को बहुत ही पवित्र माना जाता है। जिस प्रकार चंदन की लकड़ी पवित्र होती है उसी प्रकार चंदन की लकड़ी से बने गणपति की प्रतिमा की पूजा करने से मन निर्मल और पवित्र बना रहता है।और जीवन में भौतिक के साथ आध्यात्मिक सुख दोनों ही प्राप्त होते हैं।
मिट्टी के गणपति
हिंदू धर्म में मिट्टी को बहुत ज्यादा पवित्र माना गया है। यही कारण है कि मिट्टी से बनी गणपति की प्रतिमा की पूजा करने पर गजानन के भक्तों को कई यज्ञ करने के बराबर फल मिलता है और उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
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